त्रिपुरा हाई कोर्ट की फटकार के बाद राज्य सरकार ने कोविड-19 प्रोटोकॉल लागू करते समय एक वैवाहिक समारोह को जबरन रुकवाने वाले पूर्व जिला अधिकारी शैलेश कुमार यादव का तबादला कर दिया। उन्हें पश्चिमी त्रिपुरा के डीएम पद से हटाकर दक्षिणी त्रिपुरा के मुख्यालय बेलोनिया में तैनाती दे दी गई है।
यादव पर अगरतला में चल रहे वैवाहिक समारोह के दौरान वर पक्ष और पंडित से कथित तौर पर बदसलूकी करने का आरोप है। मामले में दाखिल याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायाधीश ए कुरैशी और जस्टिस एसजी चट्टोपाध्याय की पीठ ने एडवोकेट जनरल सिद्धार्थ शंकर डे से सवाल किया कि यादव के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है? इस पर डे ने बताया कि यादव से पश्चिमी त्रिपुरा के डीएम पद की जिम्मेदारी वापस ले ली गई है। वह फिलहाल 12 दिनों की छुट्टी पर हैं। उन्हें दक्षिणी त्रिपुरा के बेलोनिया स्थानांतरित कर दिया गया है। हालांकि, फिलहाल यादव को कोई पद नहीं सौंपा गया है।
दरअसल, यादव 26 अप्रैल की रात को एक शादी समारोह को रोक दिया था। इस दौरान उनपर मौके पर मौजूद मेहमानों और पंडित जी के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगा था। उन्होंने दूल्हा और दुल्हन को भी समारोह स्थल खाली करने पर मजबूर कर दिया। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया।
घटना के तुरंत बाद, मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को इस घटना पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा और इस मामले की जांच के लिए दो आईएएस अधिकारियों की एक समिति गठित की गई। प्रारंभ में, हालांकि यादव ने माफी मांगी थी, उन्होंने समिति को बताया कि उन्होंने कोरोनो वायरस के प्रसार को रोकने के लिए अपने कर्तव्य के अनुसार कानून-व्यवस्था लागू की थी।