रेवाड़ी की यह घटना विचलित करती है..

बंग्ड़वा बोहतवास में गुंडागर्दी का नंगा खेल, सीसीटीवी फुटेज में कैद


–    हद देखिए जो व्यक्ति सरकारी रास्ते की लड़ाई लड़ रहा था उसका सरकारी सिस्टम ने ही साथ नहीं दिया, महज कागजों में ही अधिकारी साथ देते रहे


गांव बंग्ड़वा बोहतवास में 12 मई को एक सरकारी रास्ते को लेकर एक पक्ष ने जिस तरह एक परिवार पर जानलेवा हमला किया। वह बताता है कि ये लोग कानून- सिस्टम को कुछ नहीं समझते। दंबगई- गुंडागर्दी इनकी असली ताकत है। हैरत की बात है कि जिस बुजुर्ग व्यक्ति कुलवीर सिंह पुत्र मोहर सिंह पर यह हमला हुआ वह तो सरकारी रास्ते को खुलवाने की लड़ाई लड़ रहा था जिसे प्रशासनिक अधिकारी कागजों में सही ठहरा चुके थे। होना यह चाहिए था कि अधिकारी खुद आगे आकर  कब्जा कर बंदकिए गए  इस रास्ते को खाली कराए और जो यह लड़ाई लड़ रहा है उसके साथ पूरी तरह खड़े रहे लेकिन हुआ उलटा।  इसलिए गंभीर रूप से घायल इस पीड़ित ने प्रशासन को लिखे पत्र में कहा है कि अगर उसे न्याय नहीं मिला तो उसके लिए आत्महत्या करना ही बेहतर रहेगा। पीड़ित के परिजन पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। उनका कहना है कि जिसने हमला किया है वे प्रभावशाली लोग है जिनके दबाव में पुलिस काम कर रही है। उन्हें पहले भी धमकियां मिल रही थी लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया।   उन्होंने कहा कि हमारी जिंदगी यह सबसे बड़ी गलती है कि हमने जनहित की लड़ाई में सरकारी सिस्टम पर भरोसा कर लिया। यहां बता दें कि 25 मार्च 2021 को खुद मनेठी उपतहसील के अधिकारियों ने मौके का मुआवना कर कुलवीर सिंह की शिकायत को सही बताया था और इसकी रिपोर्ट उपायुक्त को भेजी हुई थी। इस घटनाक्रम का पूरा सच निष्पक्ष जांच में ही सामने आएगा। इतना जरूर है कि सीसीटीवी फुटेज में जिस तरह 10 से ज्यादा लोग एक बुजुर्ग, उसके बेटे पर हमला कर रहे हैं वह किसी लिहाज से ठीक नहीं है वह भी कोरोना काल में। अगर सीसीटीवी फुटेज नहीं होती तो क्या यह घटनाक्रम ईमानदारी से पुलिस की रिपोर्ट में दर्ज हो पाता यह सोचने वाली बात है।  

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