उत्तर प्रदेश के राजनीतिक आसमान में उमड़-घुमड़ रहे काले बादलों के बीच जबरदस्त अनिश्चितता का माहौल है। तमाम तरह की अटकलों के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरूवार को दोपहर बाद 3 बजे दिल्ली पहुंच गए हैं। यहां उनकी मुलाक़ात गृह मंत्री अमित शाह से हुई है। कल वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाक़ात करेंगे। कुछ दिन पहले जब बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष लखनऊ के दौरे पर आए थे और उन्होंने पार्टी और आरएसएस के पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी, तभी से प्रदेश का राजनीतिक माहौल गर्म है और इस बीच योगी आदित्यनाथ के दो दिन के दिल्ली दौरे ने तमाम तरह की चर्चाओं को बल दिया है। इसके बाद बीजेपी के प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित से मिले और उन्हें एक लिफ़ाफा सौंपा, इस लिफ़ाफे में क्या है, ये कोई नहीं जानता। राधा मोहन सिंह की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से भी मुलाक़ात हुई और तब भी कई तरह की चर्चाएं हुईं।
250 विधायकों ने किए हस्ताक्षर
वरिष्ठ पत्रकार शरद गुप्ता ने ‘सनसनीख़ेज खुलासा करते हुए कहा है कि यूपी बीजेपी के 325 विधायकों में से 250 के हस्ताक्षर कराए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि बीएल संतोष ने लखनऊ दौरे के दौरान बीजेपी विधायकों, नेताओं से रायशुमारी की थी और इसमें 99 फ़ीसदी विधायकों ने कहा था कि वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली से ख़ुश नहीं हैं। इसके बाद इन लोगों से कहा गया कि अगर आप ख़ुश नहीं हैं तो हस्ताक्षर करें।