भारत में बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान चला है। कोरोना के खिलाफ लड़ाई को और धारा देने के लिए भारत सरकार अमेरिका से टीका निर्यात करने पर विचार कर रही है। इसके लिए दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है। हाल ही में केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका की पांच दिवसीय यात्रा की थी। उन्होंने इस दौरान बाइडन प्रशासन और स्थानीय फार्मा कंपनियों के साथ फाइजर टीका खरीदने के लिए बातचीत की।
खबर आ रही है कि भारत को दिसंबर तक फाइजर की 20 करोड़ वैक्सीन मिल सकती है। भारत को यह वैक्सीन COVAX अभियान के साथ-साथ सीधे अमेरिका से भी मिलेगी। आपको बता दें कि अमेरिका ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के COVAX अभियान में बड़े पैमाने पर टीके देने का फैसला किया है। एक इंटरव्यू में अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत संधू ने यह जानकारी दी है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर सबकुछ ठीक रहा तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साल के अंत तक अमेरिका का दौरा कर सकते हैं। भारत को फाइजर के 50 करोड़ टीके मिलने हैं। इनमें से 20 करोड़ दिसंबर तक मिलने की संभावना है। शेष 30 करोड़ टीके अगले साल की शुरुआत में मिलने की उम्मीद है।
कोविशील्ड की दोनों खुराक के बीच कम हो सकता है अंतर
इससे पहले सरकार के राष्ट्रीय टीकाकरण तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) के कोविड-19 संबंधी कार्यसमूह के प्रमुख डॉ. एनके अरोड़ा ने कहा है कि आंशिक टीकाकरण तथा पूर्ण टीकाकरण की प्रभावशीलता के बारे में सामने आ रहे साक्ष्यों पर विचार किया जा रहा है। यह मंथन भी चल रहा है कि क्या भारत को कोविड-19 रोधी टीके कोविशील्ड की दोनों खुराकों के बीच अंतराल को घटाकर फिर से चार से आठ हफ्ते कर देना चाहिए। कोविशील्ड की दो खुराकों के बीच अंतराल को 4-6 हफ्ते से बढ़ाकर 12-16 हफ्ते करने का फैसला वैज्ञानिक आधार पर लिया गया था ।