कांग्रेस के भीतर संघर्ष थमने के संकेत? राहुल, गुलाम नबी आजाद एक साथ आए नजर

कांग्रेस के भीतर जारी संघर्ष अब थमता दिख रहा है। दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और गुलाम नबी आजाद पार्टी के दो कार्यक्रमों पहला बांग्लादेश युद्ध की फोटो प्रदर्शनी में और दूसरा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ प्रतिनिधिमंडल की बैठक के दौरान साथ नजर आए।शनिवार को होने वाली कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक (सीडब्ल्यूसी) से पहले यह तस्वीर पार्टी के लिए राहत का संकेत है। आजाद ही थे जिन्होंने सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाने के लिए अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा था।प्रियंका गांधी वाड्रा के नेतृत्व में जी-23 के नेताओं के साथ पर्दे के पीछे से संघर्ष विराम पर काम किया जा रहा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ असंतुष्ट समूह से बात कर रहे हैं और प्रियंका भी भूपिंदर हुड्डा के बेटे दीपेंद्र हुड्डा को लखीमपुर खीरी हिंसा के विरोध में शामिल करके जी -23 तक पहुंचने की कोशिश कर रही हैं। वह अपनी रैली के लिए जूनियर हुड्डा को वाराणसी भी ले गईं।लखीमपुर खीरी कांड पर एक ज्ञापन सौंपने के लिए राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मिलने जा रहे कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल से संघर्ष विराम के संकेत मिले। प्रतिनिधिमंडल में राहुल गांधी के साथ गुलाम नबी आजाद भी शामिल थे, जो कि जी-23 द्वारा एक साल पहले पत्र लिखने वाले नेताओं में से एक हैं।

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