जापानी मीडिया ने भारत के मशहूर गणितज्ञ आनंद कुमार की जमकर तारीफ की है। पूरे जापानी मीडिया का समर्थन आनंद कुमार को हासिल हुआ है। पिछ्ले महीने आनंद कुमार अपने ऊपर बनी फिल्म ‘सुपर 30’ के प्रीमियर में शामिल होने जापान पहुंचे थे। इसके बाद से ही जापान में आनंद कुमार को लेकर जबरदस्त माहौल बना हुआ है। देश के सभी बड़े अखबारों ने आनन्द कुमार के क्रांतिकारी विचारों से भरे इंटरव्यू प्रकाशित किए हैं। सबसे ज्यादा पढ़े जाने वाले अखबार “योमियरी शिम्बुन” ने एक आलेख प्रकाशित किया है, जिसमें शिक्षा की ताकत के बारे में लिखा गया है। आलेख में यह भी बताया गया है कि क्यों समाज के गरीब, शोषित, पीड़ित, वंचित तबके की शिक्षा के लिए सुपर 30 की संकल्पना की गई। इस तरह जापान और भारत की शिक्षा व्यवस्था के विषय में विचार करने का संयोग बना है। एक दूसरे अखबार “द असाही शिमभुम” ने भी सुपर 30 की 20 सालों की यात्रा को रेखांकित करने का काम किया है। अखबार ने लिखा है कि कैसे आनंद कुमार, जिन्होंने खुद आर्थिक कारणों से स्वयं की शिक्षा के दौरान कड़ा संघर्ष किया, उन्होंने समाज के गरीब, कमजोर, पिछड़े वर्ग की शिक्षा व्यवस्था को विकसित करने के लिए क्रांतिकारी कदम उठाए। अखबार ने आनंद कुमार की संघर्ष यात्रा का वर्णन करते हुए बताया है कि किस तरह टीन की छत वाले घर में रहते हुए आनन्द कुमार का जीवन बीता। कैसे वह कम उम्र में ही ट्यूशन पढ़ाने लगे और उनकी थ्योरी रिसर्च जनरल में प्रकाशित होने लगी थीं। आनंद कुमार ने गरीब बच्चों को देश के प्रतिष्ठित संस्थानों तक पहुंचाने का संकल्प लिया और कामायाब हुए।