दक्षिण हरियाणा में भाजपा नेताओं के तेवरों से जाहिर होने लगी 2024 की मंशा

 राव इंद्रजीत के इरादों में भाजपा से बड़ी बेटी, इसे दर्द कहे या बगावत की आहट


 रणघोष खास. प्रदीप नारायण

केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने बेटी आरती राव के लिए 2024 की राजनीतिक जमीन की तलाश तेज कर दी है। महेंद्रगढ़ जिला के गांव धौलेड़ा के एक सामाजिक कार्यक्रम में राव ने बेटी के साथ समर्थकों की मौजूदगी में वह बात कह दी जो किसी ना किसी कारणों से छिपाकर रखी हुई थी। आरती 2024 में डंके की चोट पर भाजपा की टिकट नहीं मिलने पर भी चुनाव लड़ेगी यह राव ने तय कर दिया है। राव के इरादों में एक बार फिर अपने राजनीतिक वजूद को बेटी के रूप में स्थापित करने की बैचेनी साफ  तौर पर नजर आईं। राव का यह कहना कि आरती चाहती तो पिछले दो चुनावों को अपने दम पर जीत सकती थी लेकिन भाजपा के आदेशों को सर्वोपरि माना। 2024 में ऐसा नहीं होगा। वह पार्टी के भरोसे नहीं जनता के विश्वास पर चुनाव लड़ेगी। आरती कहां से चुनाव लड़ेगी यह आने वाले समय में उनकी राजनीतिक गतिविधियों से स्पष्ट हो जाएगा। इतना जरूर है कि आरती रेवाड़ी- महेंद्रगढ़ जिले में किसी एक विधानसभा से अपनी पारी की शुरूआत करेगी। इन दोनों जिलों में राव की अपने पिता पूर्व मुख्यमत्री राव बीरेंद्र सिंह के समय से ही मजबूत पोजीशन रही है।

राव के बयानों से भाजपा में बगावत की दस्तक

देखा जाए तो राव के बयान भाजपा के नियम कायदों से एकदम मेल नहीं खा रहे हैं। कांग्रेस पार्टी में तो इस तरह की बयानबाजी रूटीन है। अपने बयानो में अपनी ही पार्टी के विधायकों एवं नेताओं पर हमला राव के लिए आगे की राह कठिन कर सकता है।  परिवारवाद की राजनीति पर भाजपा अडिग रहती है तो राव के लिए भाजपा में आगे की राह हरगिज आसान नहीं होगी। वजह राव अभी आसानी से राजनीति सन्यास की तरफ नहीं जा रहे हैं। वे सांसद के तौर पर 2024 में एक पारी ओर खेलने की क्षमता रखते हैं। बेटी को स्थापित करने के लिए उनका राजनीति पूरी तरह से सक्रिय होना भी बेहद जरूरी है। वर्तमान में गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा की रणनीति पर गौर करे तो वहां जीत के लिए भाजपा परिवारवाद राजनीति  के फार्मूले पर भी कुछ सीटों पर समझौता करती नजर आईं। हरियाणा में विधानसभा चुनाव के समय क्या स्थिति रहेगी यह समय बताएगा। राव ने अपना इरादा साफ कर दिया है। इसे पार्टी हाईकमान किस नजरिए से लेता है यह देखने वाली बात होगी।

 राव के बयान पर विधायक अभय यादव का पलटवार

महेंद्रगढ़ जिला के गांव धौलेड़ा के सामाजिक कार्यक्रम में राव इंद्रजीत ने अपने भाषण में लगे हाथ नांगल चौधरी से भाजपा विधायक  अभय सिंह यादव पर भी कटाक्ष किया था। उन्होंने कहा कि मुझे चिढ़ इस बात की आ जाती है हमारे लोगों का सहयोग लेकर हमारा प्यार लेकर, हमारा साथ लेकर और हमें ही उलटे गाली बके और दूसरो के धोक खावे । भाई धोक खानी है तो अपने बाबा की खा लो, अपने बुढ़ों की खा लो, गांव के पंडित की खा लो। बाहर जाकर हमारी पोल निकालना, मै समझता हूं हमारे संगठन में बाधा पड़ती है।  इस पर  विधायक अभय सिंह यादव ने पलटवार करते हुए ट्वीट किया कि अपने से बड़ों का सम्मान करना भारतीय संस्कृति की आत्मा है। अपनी मां, साधु संतों और बुजुर्गों के अलावा किसी का चरण छुने का मन नहीं है। क्षेत्र के लोगों ने विकास के लिए जनादेश दिया था। उसके लिए दिन रात लग रहा हूं। वैसे अतृत्प आत्माओं को तृत्प करना परमात्मा का काम है। अभय सिंह का इशारा साफ है कि वे राव के दरबारी नहीं है जनता के प्रति जवाबदेह है।

अतृत्प आत्माएं भटकती ही रहती हैं: कापड़ीवास

विधायक अभय सिंह यादव की टिप्पणी का समर्थन करते हुए रेवाड़ी से भाजपा के पूर्व विधायक रहे रणधीर सिंह कापड़ीवास ने भी राव पर सीधा कटाक्ष किया। कापड़ीवास ने कहा कि अतृत्प आत्माएं अक्सर भटकती हुईं आत्मा अपने परिवार, अपने सहयोगियों और अपने क्षेत्र का बंटाधार करके ही मानती है। ऐसी आत्माओं का ढंग शेख चिल्ली जैसा हो जाता है। ऐसी भटकती आत्माओं को दूर करने के लिए, उनका भटकाव दूर करने के लिए उन्हें एक कोने में बैठाने का समय आ गया है। जुटे रहो।

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