धार्मिक, सामाजिक संगठनों में गहरा रोष, बोले पानी सिर के ऊपर से गुजर चुका है
रणघोष अपडेट. रेवाड़ी
शहर में बिना किसी पहचान या सहमति से रह रहे बांग्लादेशियों की सरेआम गुंडागर्दी का मामला सामने आया है। कूड़ा बीनने के नाम पर ये लोग सुबह से ही टोली बनाकर गली मोहल्लों में घूमते रहते हैं। मंगलवार सुबह नगर परिषद में कार्यरत ट्रैक्टर चालक अमित कुमार जब कूड़ा लेकर जगन गेट के पास बने कूड़ाघर में पहुंचा तो वहा पहले से ही बांग्लादेशी इस ढेर में प्लास्टिक व जरूरत के सामान को भर रहे थे। चालक जब ट्रैक्टर को खाली करके जाने लगा तो वहां मौजूद कुछ बांग्लादेशियों ने उसके साथ बदतमीजी शुरू कर दी। इसके बाद देखते ही देखते सभी तेजधार हथियारों से चालक पर टूट पड़े। चालक की आंख पर गहरी चोटें आई हैं। पता चलते ही सफाई कर्मचारी मौके पर पहुंचे ओर उसे ट्रोमा सेंटर में भर्ती कराया। इस घटना के बाद शहर में जबरदस्त रोष है। अधिकारियों ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है। इस घटना से यह खुलासा भी सामने आया है की जिसे डोर टू डोर कलेक्शन का टेंडर मिला हुआ है उसके इशारे पर कुछ कर्मचारी इन बांग्लादेशियों के साथ मिलकर कूड़े के नाम पर भी बड़ा खेल कर रहे हैं। बताया जा रहा है की काफी संख्या में इधर उधर फैले यह बांग्लादेशी सुबह होते ही कूड़ाघरों में अपने मतलब का सामान खंगालना शुरू कर देते हैं इसके बदले उनकी कूड़ा एकत्र व निस्तारण का काम करने वाले कर्मचारियों के साथ मंथली के तोर एक से डेढ़ लाख रुपए की अदायगी की जाती है। इस मामले की निष्पक्ष जांच होने पर यह खुलासा भी सामने आ जाएगा। उधर इस घटना के बाद अनेक सामाजिक व धार्मिक संगठनों ने बांग्लादेशियों को शहर, प्रदेश व देश से बाहर करने के लिए एक बार फिर व्यापक स्तर पर आंदोलन चलाने का निर्णय लिया है। विश्व हिंदू परिषद के जिला महामंत्री राजकुमार यादव ने कहा की यह घटना गंभीर चेतावनी है। हमला करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। इसमें शामिल सभी दोषी है। इस बारे में जिला प्रशासन से भी मिला जाएगा। साथ ही 15 जून को रेवाड़ी दौरे पर आ रहे मुख्यमंत्री को भी स्थिति से अवगत कराया जाएगा। अब पानी सिर के ऊपर से गुजर रहा है।