रणघोष अपडेट. हरियाणा
रेवाड़ी जिले के बावल शहर में ज्वेलर्स के साथ दिन दहाड़े हथियार की नोक पर हुई लूटपाट की घटना में पुलिस अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है। यह घटना 11 नवंबर को हुई थी। जिन थाना प्रभारियों को सस्पेंड किया गया है उसमें बावल थाना प्रभारी इंस्पेक्टर लाजपत, सिटी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह, मॉडल टाउन थाना प्रभारी इंस्पेक्टर मुकेश चंद और रोहड़ाई थाना प्रभारी भगवत प्रसाद शामिल हैं। पुलिस अधीक्षक गौरव राजपुरोहित ने डीएसपी हेडक्वार्टर को चारों के खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दिए गए हैं। सस्पेंड करने से पहले चारों को इस मामले में लापरवाही बरतने पर कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था, लेकिन रोहड़ाई थाना प्रभारी भगवत प्रसाद को छोड़कर तीनों थानों के प्रभारियों ने जवाब तक नहीं दिया।इंस्पेक्टर भगवत प्रसाद की ओर से दिया गया जवाब असंतोषजनक पाया गया। चारों इंस्पेक्टर का मुख्यालय पुलिस लाइन रेवाड़ी रहेगा।
11 नवंबर को हुई थी यह घटना
11 नवंबर दिन में करीब पौने 12 बजे बावल स्थित कटला बाजार में कोमल ज्वेलर्स पर 3 हथियारबंद बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया था। बदमाशों ने 50 ग्राम सोना, एक किलोग्राम चांदी के अलावा 30 हजार रुपए कैश लूट लिया था।बदमाशों ने 2 राउंड गोलियां भी चलाई थी, जिसमें एक गोली शोरूम मालिक प्रीतम सोनी के बेटे हरेंद्र को लग गई थी। लूट की वारदात के बाद बदमाश आसानी से फरार होने में कामयाब हो गए थे। एसपी की तरफ से जारी सस्पेंड ऑर्डर में साफ लिखा है कि इस प्रकार की आपराधिक गतिविधियों के दौरान अपराध को रोकने और अपराधियों को पकड़ने के लिए 3 स्तरीय सीलिंग योजना पहले से ही लागू की गई है। ज्वेलर्स लूट के बाद सीलिंग योजना के अनुसार नाका लगाकर अपराधियों को पकड़ने के लिए सभी इकाइयों को लगभग 12.20 बजे एक वीटी फ्लैश की गई थी।उपरोक्त लूट को अंजाम देने के बाद अपराधी चारों इंस्पेक्टर के पुलिस थानों के अधिकार क्षेत्र से गुजरते हुए बाइक पर भाग गए। यहा बता दे की लूट केस में 2 आरोपी गिरफ्तार कर चुकी पुलिस कोमल ज्वेलर्स लूट कांड में पुलिस 2 आरोपी वेदपाल और सचिन को गिरफ्तार कर चुकी है। वेदपाल गुरुग्राम के हाजीपुर पातली गांव का रहने वाला है, जबकि सचिन रोहतक के सूर्य नगर का रहने वाला है।वारदात का मास्टर माइंड वेदपाल था, जो मर्डर के मामले में जून 2023 में पैरोल पर छूटने के बाद वापस नहीं गया। उसे गुरुग्राम कोर्ट उम्रकैद की सजा सुना चुकी है। लूट के इस केस में कुल 4 लोग शामिल थे, जिनमें 2 आरोपी अभी फरार हैं।