आइए अपनी रेवाड़ी को सुंदर बनाए : इन 20 वजहों से मेरी रेवाड़ी मां का आंचल मैला हुआ, आइए अपनी अपनी जिम्मेदारी संभाले

रणघोष अपडेट. रेवाड़ी

 अपनी रेवाड़ी मां को सुंदर बनाने के लिए शुरू हुआ रणघोष अब उन तमाम वजहों को सामने ला रहा है जिसकी वजह से उसका आंचल जगह जगह बिखरी गंदगियों की वजह से मैला हो चुका है।

पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में विधायक लक्ष्मण यादव की अध्यक्षता में शहर के जागरूक सफाई योद्धाओं ने शहर के गंदा होने की प्रमुख वजहों का खुलासा किया जिसमें कही ना कही सभी पूरी तरह से जिम्मेदार नजर आए।

  1. रात को शहर में खुले ढाबा- होटल कचरा बाहर डाल देते हैं, उन्हें बुलाकर सार्थक कदम उठाए जाए
  2. जितने भी सफाई योद्धा है, क्या सभी डयूटी कर रहे हैं या कागजों में सफाई हो रही है। इस पर निगरानी जरूरी है
  3. जिस टेंडर की शर्तों पर ठेका दिया हुआ है, क्या उस पर पूरी ईमानदारी से अमल हो रहा है। यह जांच जरूरी है
  4. नगर परिषद ने बेहतर सफाई व्यवस्था को लेकर जो एप व जीपीएस सिस्टम शुरू किया था वह बंद क्यों हो गया या कर दिया। इसकी जांच जरूरी है।
  5. सफाई सुबह शाम होनी चाहिए। सुबह स्थिति कुछ ठीक रहती है। दोपहर बाद  औपचारिकता रह जाती है। इस मानसिकता को खत्म करना है
  6. कूड़ा- कचरा उठाने वाले ट्रैक्टर बंद होनी चाहिए। बंद गाड़ी में इसे डाला जाए।
  7. शहर के बाहर डंपिंग स्टेशन होना चाहिए। जगह जगह प्वाइंट बनाने से स्थिति ओर बिगड़ जाती है
  8. नगर परिषद के पास 10 लाख रुपए प्रति माह सफाई अभियान के प्रचार प्रसार के लिए राशि खर्च होने की बजाय वापस क्यों लौट जाती है। इसकी जांच होनी चाहिए
  9. कूड़ा उठाने वाले टेंडर में जितनी गाड़ी संख्या तय हुई थी क्या उतनी सड़कों पर दौड़ रही है। यह जांच का विषय है
  10.         समय समय पर सफाई को लेकर अनेक टेंडर जारी होते हैं लेकिन कार्य जमीन पर नजर नही आते। मोटे तोर पर नालों की सफाई के नाम पर 39 लाख रुपए का टेंडर हुआ। सफाई कब होकर बेहतर हो गईं। इसका कोई प्रमाण नही है
  11.         शहर के प्रत्येक हिस्से में रेहड़ी चालकों का जमावड़ा बना हुआ है। उन्हें एक निर्धारित स्थान देकर अतिक्रमण ओर सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाया जा सकता है। नालों पर बनी सड़कें इनके लिए उपयुक्त हो सकती है।  
  12.         शहर का सरकुलर रोड कई जगहों से टूट चुका है। इस वजह से भी जाम लगा रहता है। इस पर संबंधित विभाग को संज्ञान में लेकर आवश्यक कदम उठाए जाए
  13.         शहर में कोई पार्किंग व्यवस्था नही है। जगह चयनित कर शुल्क पार्किंग व्यवस्था करना जरूरी हो गया है
  14.         शहर में कोई सार्वजनिक शौचालय नही है। यह बेहद ही गंभीर मसला है। यह व्यवस्था निजी हाथों में देकर गंददी को काफी हद तक रोका जा सकता है
  15.         सभी छोटे बड़े व्यवसायिक और सामाजिक, धार्मिक संगठनों के साथ मिलकर सफाई व्यवस्था को लेकर जिम्मेदारी और जवाबदेही तय करनी होगी
  16.         शहर के चारों तरफ खुले शिक्षण संस्थानों में जाकर बच्चो ओर युवाओं को भी सफाई आंदोलन में भागीदार बनाना जरूरी है।
  17.         शहर में घूम रहे पशुओं की रोकथाम के लिए कड़े कदम उठाने की बेहद जरूरत है
  18.         जानबूझकर इधर उधर कचरा डालने वाले और गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ ऑन दा स्पाट चालान कर जुर्माना करने का नियम सख्ती से लागू होना चाहिए
  19.         शहर को सुंदर बनाने के लिए नगर परिषद के अलावा बिजली निगम, जनस्वास्थ्य, पीडब्ल्यूडी, स्वास्थ्य विभाग, एचएसवीपी की बराबर जिम्मेदारी है। आपस में तालमेल और जवाबदेही बनी रहे ऐसी व्यवस्था पर तुरंत अमल हो

20.          माइक्रो लेवल पर काम करना जरूरी है। छोटे छोटे एरिया चयनित कर उसे मिशाल के तोर पर दिखाना चाहिए