किसानों के संघर्ष में व किसान आंदोलन के दौरान अपना बलिदान देने वाले किसानों की आत्मा की शांति के लिए रेवाडी के राजीव चौक पर पूर्व मंत्री कैप्टेन अजय सिंह यादव, विधायक चिरंजीव व कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने मौन धारण कर श्रद्धाजंलि अर्पित की। मौन धारण समाप्त होने के बाद कैप्टेन अजय सिंह यादव ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान 22 दिनों में 22 किसानों की मौत हो चुकी है। दिल्ली की सत्ता में बैठे अहंकारी शासक किसानों की बात मानने को तैयार नही हैं। मोदी जी की सरकार क्यों इतनी निर्दयी बन चुकी है क्यों उनको किसानों की पीडा नही दिखाई दे रही है। इतनी सर्दी के मौसम में किसान भाई खुले आसमान में बैठे हैं। देश का पेट भरने वाले अन्नदाताओं से आखिर मोदी जी क्या चाहते हैं। यादव ने कहा कि किसानों भाईयों का दिया हुआ बलिदान व्यर्थ नही जाएगा। एक दिन जरूर सरकार को झुकना पडेगा और कृषि के काले कानूनों का वापिस लेना पडेगा। चिरंजीव राव ने कहा कि कृर्षि के तीनों कानून एकदम किसान विरोधी हैं। इस लडाई में अब किसान भाई अकेले नही हैं। आम जनता भी किसान भाईयों के साथ है और पूरे देश में आम जनता भी किसान भाईयों के समर्थन में बैठी हुई है। मोदी सरकार अपने कुछ पूंजीपती दोस्तों के दबाव में सडकों पर बैठे किसानों की बात सुनने को तैयार नही है। बडे दुख से कहना पड रहा है कि मोदी सरकार के इस तानाशाही रवैये के चलते 22 किसानों ने अपने प्राणों की आहुती दे दी है। इस निरकुंश सरकार पर कोई फर्क नही पड रहा है। विधायक ने कहा कि किसानों की बहुत बडी मांग भी नही हैं। सिर्फ कानूनों में संशोधन करके न्यूतम समर्थन मूल्य को लागू करना है जो कि हर किसान भाई का अधिकार भी है। इससे साफ जाहिर है कि सरकार किसानों के हित में नही है।