एम्स को लेकर स्थिति स्पष्ट होने की बजाय अब उलझती जा रही है। अब मसला पूरी तरह माजरा- भालखी में प्रस्तावित एम्स की जमीन के मुआवजे पर आकर अटक गया है। ग्रामीणों का कहना है कि वे 50 लाख रुपए प्रति एकड़ से कम जमीन पर कोई समझौता नहीं करेंगे। हम वहीं मुआवजा मांग रहे हैं जो सरकार राजी खुशी दे सकती है। महेंद्रगढ़ जिले के नांगल चौधरी क्षेत्र में निजामपुर की तरफ जाने वाले मार्ग पर लॉजिस्टक हब बनाने के लिए सरकार ने बंजर भूमि के सर्कल रेट से ढाई गुणा मुआवजा दिया। हम तो सिर्फ डबल मांग रहे हैं जबकि हमारी जमीन पूरी तरह से उपजाऊ है। यहां तक की हमारे यहां से अब नेशनल हाइवे निकल रहा है।
शनिवार को रेवाड़ी शहर के नेहरू पार्क में एम्स संघर्ष समिति के बैनर तले हुई मीटिंग के बाद ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन किया। इसके बाद जिला सचिवालय पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम पर डीसी की अनुपस्थिति में एसडीएम कुशल कटारिया को ज्ञापन दिया। धरने की अध्यक्षता समिति प्रधान श्योताज सिंह सरपंच ने की। कामरेड राजेंद्र सिंह, कर्नल् राजेंद्र सिंह, कांग्रेसी नेता वेदप्रकाश विद्रोही, जिला पार्षद आजाद नांधा समेत अनेक वक्ताओं ने एक सुर में कहा कि सरकार मुआवजा को दो नजरों से ना देखे। 2017 में महेंद्रगढ़ जिले के निजामपुर में बन रहे लॉजिस्टक हब के लिए सरकार ने सर्कल रेट जोकि 12-13 लाख रुपए थे उसे ढाई ज्यादा 30 लाख रुपए प्रति एकड़ की राशी दी जबकि वह जमीन पूरी तरह से बंजर थी। गांव माजरा भालखी के किसान अपनी उपजाऊ जमीन एम्स के लिए दे रहे हैं। वे सिर्फ सर्कल रेट 24 लाख प्रति एकड़ से बढ़ाकर 50 लाख रुपए मांग रहे हैं। वे जायज मुआवजा मांग रहे हैं। यहां से अब नेशनल हाइवे निकल रहा है।
उन्होंने कहा कि ऐसे में सरकार उनके साथ भेदभाव क्यों कर रही है। धरने में तय हुआ कि समिति सरकार को 6 दिसंबर तक का समय देती है। अगर वह हमारी मुआवजा राशि को लेकर सहमत होती है तो ठीक नहीं तो हमें मजबूरन कड़े कदम उठाने पड़ेंगे। इस बार लड़ाई आर पार की होगी। इस मौके पर ओमप्रकाश सेनी, एसपी यादव, मास्टर लक्ष्मण सिंह, बीडी यादव, स्वराज इंडिया से राजबाला यादव, वेदप्रकाश यादव, युवा नेता लवली यादव टींट, पूर्व पार्षद विक्रम पांडेय, पूर्व जिला पार्षद पृथ्वीपाल, दिलबाग पाडला, प्रो. वेदप्रकाश ढाणी कालोना, कमल यादव युवा नेता, मास्टर धर्म सिंह, हैडमास्टर उदयराज मीरपुर से, सुरेश मालपुरा, आरडी शर्मा, अशोक मुसेपुर से, राजेश्वरी मंदौला से, परमाल सिंह पूर्व प्राचार्य बोहतवास अहीर, रिटायर डीईओ धर्मबीर सिंह बल्डौदिया, भूप सिंह, भारत मनेठी, अशोक मनेठी, छोटा देवी मनेठी, भारती, कमला, उमरावली, गिंदौडी, लाली, राजरानी नंबरदारनी, शकुंतला, बलराम एसयूसीआई से समेत अनेक ग्रामीण मौजूद थे।