कोरोना वैक्सिंग लगी भी नही,लेकिन वैक्सीन लगाने वाले के नाम व किसी कंपनी की वैक्सीन लगी व अगली कब लगनी है इन सब जानकरी सहित सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया। इसे स्वास्थ्य महकमे की घोर लापरवाही कहें या मनमानी। कोविड-19 का टीका लगा नहीं और मोबाइल फोन पर कोविड-19 के टीके की पहली डोज लेने का मैसेज आ गया। यही नहीं टीका लगाने का बाकायदा सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया गया। यह खुलासा किया है गांव खरखड़ा निवासी प्रकाश यादव ने। उसने प्रमाण पेश करते हुए बताया कि रविवार को उसने अपनी माता पवित्रा देवी को कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल एप्पलीकेशन पर रजिस्ट्रेशन किया था,लेकिन किसी जरूरी कार्य की वजह से वे सोमवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र धारूहेड़ा वैक्सीन सेंटर पर नही जा सके। दोपहर 1 बजे हमे मोबाइल पर संदेश मिला कि आपको कोरोना वैक्सीन की पहली डोज नर्स पूजा द्वारा सफलतापूर्वक दी जा चुकी है,ओर इसके लिए बाकायदा सर्टिफिकेट भी जारी किया गया है। जबकि वैक्सीन लगने से पहले एक आईडी जरूर ली जाती है। प्रकाश ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन निर्माण में दिल्ली स्थित ऐम्स में उसने खुद अपने शरीर पर कोवैक्सीन का ट्रायल कराया था और स्वास्थ्य विभाग मेरी ही माता जी को फर्जी वैक्सीनटेड का सर्टिफिकेट जारी कर रहा है।