कोरोना के तेजी से बढ़ते संक्रमण के बीच दिल्ली एनसीआर से सटा हरियाणा तेजी से चपेट में आया है। पिछले पांच दिन में ही प्रतिदिन संक्रमित हाेने वाले लोगों की संख्या करीब दोगुनी हो गई है। 17 अप्रैल को 6122 संक्रमितों की संख्या 22 अप्रैल को बढ़कर 10082 हो गई है। राज्य में सक्रिय मरीजों की पिछले एक हफ्ते में ही करीब दोगुनी होकर 60,000 के पार हो गई है। 24 घंटे में हुई 62 मौतों ने प्रदेश के सरकारी स्वास्थ्य तंत्र की नाकामियों पर सवाल खड़े किए हैं। उत्तरी भारत का सबसे बड़ा आक्सीजन प्लांट हरियाणा में होते हुए गुड़गांव,फरीदाबाद और अन्य कई शहरों के अस्पतालों में आक्सीजन की कमी से मरीज दम तोड़ रहे हैं। राज्य में संक्रमितों की संख्या भी दिल्ली एनसीआर इलाके के गुड़गांव,फरीदाबाद और सोनीपत में है। कोरोना की दूसरी लहर में 22 अप्रैल तक गुड़गांव में संक्रमितों की संख्या सबसे ज्यादा संख्या 16026 है। आक्सीजन की आपूर्ति को लेकर हरियाणा की दिल्ली से रार जारी है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने जहां हरियाणा सरकार पर दिल्ली की बजाय अपने ही राज्य में आक्सीजन आपूर्ति के लिए दिल्ली की आक्सीजन रोकने का अारोप लगाया है वहीं हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर का कहना है बुधवार व गुरुवार को पानीपत आक्सीजन प्लांट से दिल्ली को 140 टन आक्सीजन की आपूर्ति की गई है। 80 टन हरियाणा और 20 टन पंजाब को भेजी गई है। 240 मिट्रिक टन प्रतिदिन उत्पादन की क्षमता वाले उत्तर भारत के सबसे बड़े एयर लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट से आपूर्ति के लिए पड़ोसी राज्यों को दो दिन का इंतजार करना पड़ रहा है। दिल्ली,यूपी और पंजाब के लिए दो दिन के इंतजार के बीच हरियाणा के अस्पतालों को आपूर्ति बढ़ाने के लिए कंपनी ने अपने टैंकर लगा दिए हैं। इधर काेरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार ने नाइट कर्फ्यू का समय 4 घंटे बढ़ा दिया है। अब यह रात 10:00 बजे के बजाय शाम 6:00 बजे से सुबह 5:00 बजे तक रहेगा। राज्य से प्रवासी श्रमिकों का पलायन रोकने के लिए किसी उद्योग को बंद नहीं किया जाएगा। अधिक भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी उद्योगों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए चलाया जाएगा। शुक्रवार से बाजार 6 बजे तक बंद हो जाएंगे। मेडिकल शॉप, एटीएम, पेट्रोल पंप जैसी आवश्यक सेवाएं ही चालू रहेंगी। अब हर कार्यक्रम के लिए एसडीएम की मंजूरी लेनी होगी। गृह एंव स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि शाम को ही बाजारों में भीड़ बढ़ती है। कार्यक्रमों के लिए मंजूरी इसलिए अनिवार्य की है, ताकि पता रहे कि कौन कहां कार्यक्रम कर रहा है। विज ने कहा कि प्राइवेट अस्पतालों में स्थिति के अनुसार वेंटिलेटर बेड के लिए 8 से 18 हजार रुपए प्रतिदिन शुल्क तय किया गया है। किसी ने इससे अधिक शुल्क लिया तो कार्रवाई होगी।