कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमा पर में हजारों किसान आंदोलन कर रहे हैं। आज इस आंदोलन का 13वां दिन है। किसानों ने कानून के खिलाफ आज यानी मंगलवार (8 दिसंबर) को एक दिन के लिए ‘भारत बंद’ का ऐलान किया है। पूरे देश में आज सुबह 11 बजे से लेकर शाम 3 बजे तक ‘भारत बंद’ बुलाया गया है। हालांकि, इसका असर अभी से ही देश के अलग-अलग हिस्सों में दिखने लगा है। ऐसे में दिल्ली के रास्तों और ट्रैफिक पर भी असर पड़ रहा है। जानें अलग-अलग राज्यों का हाल..
दिल्ली
किसानों के आंदोलन का सबसे ज्यादा प्रभाव दिल्ली पर देखा जा रहा है। यहां सीमाओं पर किसान बैठे हैं। साथ ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी ने किसानों के आंदोलन को पूरा समर्थन कर रही है। इस भारत बंद के चलते दिल्ली में परिवहन सेवाओं पर असर पड़ने लगा है। ऐसे इसलिए क्योंकि कुछ टैक्सी यूनियन ने भी भारत बंद का समर्थन किया है। साथ ही मंडियों के भी कुछ कारोबारी भी इस आंदोलन में हिस्सा लेंगे। वहीं दिल्ली सीमा पर प्रतिबंध जारी है कई रास्ते भी बंद किए गए हैं।
पंजाब
पंजाब पर भारत बंद का खास असर इसलिए भी माना जा रहा है क्योंकि किसान आंदोलन का केंद्र पंजाब ही है। चूंकी सत्तारूढ़ कांग्रेस, विपक्षी शिरोमणि अकाली दल और आम आदमी पार्टी बंद का समर्थन कर रही है। राज्य पूरी तरह बंद रह सकता है।
हरियाणा
पंजाब के अलावा किसान आंदोलन का एक और प्रमुख केंद्र हरियाणा भी है जहां राज्य सरकार की सहयोगी जननायक जनता पार्टी के 5 विधायकों ने किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है। इसके चलते नैशनल हाइवे समेत दिल्ली की तरफ आने वाले कई रास्तों पर बंद का असर पड़ सकता है।
पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के साथ-साथ लेफ्ट पार्टियों ने भी भारत बंद का समर्थन किया है। यहां राज्य की सभी ट्रेड यूनियन ने भी बंद के समर्थन में है। एक ओर किसान कृषि कानून के खिलाफ बंद रखे हैं और दूसरी ओर भाजपा ने अपने कार्यकर्ता की हत्या के लिए बंद का आह्वान किया है। ऐसे में पश्चिम बंगाल पर दोहरा प्रभाव देखने को मिल रहा है।
ओडिशा
ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल ने बंद का समर्थन नहीं किया है। लेकिन अन्य दलों का समर्थन है। इन पार्टियों के प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार सुबह ट्रेन, ट्रेक और अन्य वाहनों को रोक दिया। भुवनेश्वर में बंद के आयोजकों ने मास्टर कैंटीन स्क्वायर और जयदेव विहार स्क्वायर में टायर जलाए, जबकि अन्य भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन की पटरियों पर बैठ गए।
उत्तर प्रदेश
पश्चिम यूपी में बंद का ज्यादा असर दिख रहा है। यहां भारतीय किसान यूनियन का ज्यादा प्रभाव है। यूनियन सरकार के कानून का विरोध कर रहा है। बस और रेल यात्रियों को भारत बंद के चलते परेशानी हो सकती है। यूपी में शाम तीन बजे तक चक्का जाम रहेगा। यातायात सेवाएं प्रभावित हैं।
राजस्थान
राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने किसानों के बंद का समर्थन किया है। राज्य के बड़े हाइवे पर बंद का सबसे ज्यादा असर पड़ सकता है। हाइवे पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जा रही है।
बिहार
बिहार में मुख्य विपक्षी दल आरजेडी, कांग्रेस और लेफ्ट दलों ने किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है। आरजेडी ने राज्य के सभी हिस्सों में प्रदर्शन का ऐलान किया है। माना जा रहा है कि राज्य के कई हिस्सों में इसका बड़ा असर पड़ सकता है।