रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से हुई वार्ता के बाद भाकियू भानु गुट ने 12 दिन से बंद नोएडा के सेक्टर-14ए पर चिल्ला बॉर्डर का रास्ता शनिवार देर रात खोल दिया। यह रास्ता किसानों के द्वारा पिछले 12 दिन से बंद किया गया था। अपनी मांगों को लेकर किसान यहां सड़क पर ही टेंट लगाकर जमे हुए थे।
भाकियूभानु के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह का कहना है की किसानों ने सरकार को मांगे मानने के लिए 2 दिन का समय दिया है। मांगे पूरी ना होने पर किसान आगे निर्णय लेंगे। तब तक के लिए नोएडा से दिल्ली जाने के लिए रास्ते को खोल दिया गया है हालांकि इस बीच किसान सड़क से नहीं हटेंगे और सड़क पर ही एक किनारे जमे रहेंगे इस रास्ते के खुलने से लोगों को काफी राहत मिलेगी और दिल्ली आना-जाना आसान होगा। दिल्ली से नोएडा आने के रास्ते को 2 दिन पहले ही किसानों ने खोल दिया था। वहीं वहीं भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP), तीन कानून और किसान के जितने भी मुद्दे हैं उन पर सरकार बातचीत करे और इनका समाधान करे। जब तक ये (कानून) वापस नहीं होते किसान यहां से नहीं जाएगा।
इसके अलावा अभी कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बॉर्डर पर सुरक्षा बल तैनात है। केंद्र सरकार किसान आंदोलनकारियों के साथ वार्ता को फिर से पटरी पर लाने के लिए प्रयास कर रही है और उसे उम्मीद है कि अगले सप्ताह किसानों के साथ उसकी निर्णायक वार्ता होगी। सूत्रों के अनुसार कुछ किसान नेताओं ने जल्द समाधान निकालने की इच्छा व्यक्त की है। सरकार द्वारा विभिन्न लिखित आश्वासन दिए जाने के बाद अब गतिरोध टूटने की संभावना संभावना भी बनी है। इस बीच केंद्र सरकार के तीखे हमलों के बाद किसान संघ आंदोलन के साथ जुड़े गैर किसान संगठनों को भी दूर रहने का दबाव बना रहे हैं, ताकि उनके मुद्दे पीछे न छूट जाए।