महेंद्रगढ में जिला मुख्यालय स्थापित करने की मांग को लेकर महेंद्रगढ बार एसोसिएशन के आह्वान पर मंगलवार महेंद्रगढ, कनीना, सतनाली, पाली सहित आकोदा पूर्ण रूप से बंद रहे। सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक वकील वक्षेत्र के लोगों ने नारनौल–दादरी स्टेट हाइवे पर बैठकर धरना प्रदर्शन किया। महेंद्रगढ़–नारनौल रोड जाम से आने जाने वालों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। जबकि जाम करने वालो ने एम्बुलेंस को रास्ता देकर निकाल तो दिया और बाकी आवागमन करने वाले वाहनों को बिल्कुल भी नहीं आने–जाने दिया। मौके पर भारी पुलिस बल व प्रशासन पूरे सुरक्षा बल के साथ तैनात रहा। महेंद्रगढ में जिला मुख्यालय स्थापित करने की मांग को लेकर महेंद्रगढ बार एसोसिएशन ने लघुसचिवालय परिसर में पिछले 51दिन से धरना दिया हुआ है। इस धरने को क्षेत्र के सामाजिक व राजनैतिक संघठनो ने भी अपना समर्थन दिया हुआ है। वकीलों द्वारा इस मांग को मनवाने के लिए दो दिसंबर को लघुसचिवालय के मेन गेट पर तालाबंदी कर वंहा धरना दिया था। जिस पर प्रशासन ने 10 नामजद वकीलों व दो नामजद सामाजिक लोगों सहित 70 से 80 अन्य वकीलों पर एफआईआर दर्ज की गयी थी। उसके बाद 14 दिसंबर को महेंद्रगढ को पूर्णतया बंद करवाकर राव तुलाराम चौक पर धरना प्रदर्शन किया था। लगातार 51 दिन से बार एसोसिएशन का धरना निरंतर जारी है। आज इसी कड़ी में महेंद्रगढ में जिला मुख्यालय स्थापित करने की मांग को लेकर महेंद्रगढ बार एसोसिएशन के आह्वान पर आज महेंद्रगढ, कनीना, सतनाली, पाली सहित आकोदा पूर्ण रूप से बंद रहे और सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक नारनौल–दादरी स्टेट हाइवे जाम कर रोड पर बैठकर धरना दिया। आज के इस आंदोलन को महेंद्रगढ के विधायक राव दानसिंह सहित अनेक राजनैतिक व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ पहुंच कर समर्थन दिया। बहुत से कार्यकर्ता डीजे बजाते हुए ढोल नगाड़ों के साथ हाइवे पर स्थित धरने पर पहुंचे। बार के प्रधान अजीत यादव एडवोकेट ने कहा कि बार पिछले 51दिन से धरना दिये बैठी है लेकिन सरकार व प्रशासन ने उनकी कोई सुध नहीं ली है इसलिए सरकार को चेताने के लिये आज यह चक्का जाम किया है। जिसमे सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक रोड जामकर धरना दिया गया। महेंद्रगढ के एसडीएम विश्राम कुमार मीणा ने कहा कि आज रोड जाम से आनेजाने वालों को कोई परेशानी न हो इसके लिये ट्रैफिक डाइवर्ट किया गया है। पुलिस व प्रशासन पूरे सुरक्षा बल के साथ तैनात है। धरने को संबोधित करते हुए विधायक राव दान सिंह ने कहा क्षेत्र की जनता का जिला मुख्यालय की मांग को लेकर चक्का जाम करना जायज है। प्रदेश सरकार को इस मांग पर ध्यान देना चाहिए। स्थानीय विधायक राव दान सिंह ने कहा कि वह अपने क्षेत्र के लोगों का समर्थन करने के लिए समर्थकों के साथ धरने पर पहुंचे हैं। कांग्रेस विधायक राव दानसिंह ने कहा कि महेंद्रगढ़ का इतिहास गौरवशाली रहा है। संयुक्त पंजाब व हरियाणा के गठन के समय भी महेंद्रगढ़ को जिले का दर्जा रहा है। दशकों बीत जाने के बाद भी जिला मुख्यालय ना होना इस क्षेत्र का दुर्भाग्य है। इस मामले को लेकर कई बार सरकार को ज्ञापन के माध्यम से सूचित किया जाता रहा है। विधानसभा में इस मामले को उन्होंने जोर–शोर से उठाया था। विधायक राव दान सिंह ने कहा कि सरकार चाहे तो नारनौल व महेंद्रगढ़ को अलग–अलग जिला बना कर इस समस्या का निदान कर सकती है। सरकार की नियत में फर्क साफ नजर आ रहा है। यहां की जनता पिछले काफी दिनों से धरना प्रदर्शन कर अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचा रही है किंतु सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। आगे उन्होंने कहा कि दादरी और पंचकूला महेंद्रगढ़ जिले से बहुत छोटे हैं लेकिन उनको सरकार ने जिला बना दिया जो कि महेंद्रगढ़ क्षेत्र के लोगों के साथ अन्याय कर रही है। अभी तक भी सरकार की तरफ से कोई ठोस आश्वासन ना मिलने के कारण महेंद्रगढ़ क्षेत्र के लोगों को मजबूरी वश आज 12 जनवरी को शहर बंद कर चक्का जाम करना पड़ रहा है।