आने वाले दिनों में एक बार फिर कोरोना केसों में तेजी देखने को मिल सकती है। सरकार ने कहा है कि चुनाव, दुर्गा पूजा, दिवाली का असर आने वाले सप्ताहों में देखने को मिल सकता है, हमें नए मामलों पर बहुत सावधानी से नजर रखनी होगी। बिहार में विधानसभा चुनाव के अलावा 11 राज्यों में उपचुनाव और त्योहारों को लेकर आशंका जताई जा रही है कि देश में एक बार फिर कोरोना केसों में उछाल देखने को मिल सकता है।
देश में भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के एक दिन में सामने आने वाले नए मामलों की संख्या चार महीने बाद 30,000 से नीचे रही और इसके साथ ही भारत में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 88.74 लाख हो गई। इससे पहले संक्रमण के एक दिन में सामने आए नए मामलों की संख्या 15 जुलाई को 30,000 से नीचे रही थी।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि देश में अब तक कोविड-19 के लिए 12.65 करोड़ से अधिक नमूनों की जांच की जा चुकी है, संक्रमण की दर कम होकर 7.01 प्रतिशत हो गई है। संक्रमण से प्रति दस लाख आबादी पर मृत्यु के मामलों में भी भारत दुनिया में सबसे कम मृत्यु दर वाले देशों में शामिल है, भारत में यह दर 94 प्रति दस लाख है।
देश में कोविड-19 के कुल उपचाराधीन मरीजों में से 76.6 प्रतिशत रोगी महाराष्ट्र, दिल्ली, केरल और पश्चिम बंगाल समेत दस राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में हैं।
नीति आयोग के वीके पॉल ने बताया कि दिल्ली के अस्पतालों में आईसीयू के बिस्तरों की क्षमता अगले तीन-चार दिन में मौजूदा 3,523 से बढ़ाकर 6,000 की जाएगी। दिल्ली में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए उठाए जाने वाले कदमों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाना, जांच क्षमता दोगुनी करना और आरटी-पीसीआर तथा आरएटी जांचों का सही अनुपात रखना शामिल हैं।