मंजीत यादव:-
कोरोना काल के दौरान डहीना पीएचसी में तैनात मंजीत यादव नर्सिंग ऑफिसर लगातार इलाके की सेवा में लगी रही। कोरोना कि इस लड़ाई में उनका विशेष योगदान रहा इस लड़ाई में हर रोज कई कई घंटे काम किया और जब देखा कि लोग लॉक डाउन का पालन नहीं कर रहे हैं और घरों से बाहर निकल रहे हैं तो एक अनूठी योजना बनाई और लोगों को जागरूक करने के लिए यमराज रूपी झांकी पीएचसी के क्षेत्र में गांव-गांव में घुमाई और संदेश दिया घर पर रहोगे सुरक्षित रहोगे नहीं तो बाहर यमराज साथ ले जाएगा इस यमराज रूपी झांकी का संदेश बड़ा शानदार रहा और लोग घर से निकलने बंद हो गए इस कार्य की चारों तरफ प्रशंसा हुई और विधायक लक्ष्मण सिंह यादव से लेकर बहुत से सामाजिक संगठनों ने मंजीत यादव को सम्मानित किया और उनके कार्य को सराहा।
डॉ अनुराधा:-
डहीना पीएचसी में कार्यरत डॉ अनुराधा ने करुणा काल में बहुत ही अहम भूमिका निभाई जब लोग घरों में बंद थे तो डरना पीएचसी पर सारी जिम्मेदारी महिलाओं पर ही थी तोड़ना काल में महिलाओं ने अपनी जिम्मेदारी पूरी इमानदारी से निभाई और डेरा क्षेत्र की कमान इन महिलाओं ने ही संभाल कर रखी इन की टीम में डॉक्टर से लेकर नर्सिंग ऑफिसर पूरी फील्ड की टीम महिलाओं की की रही विशेष तौर पर डॉ अनुराधा के जीवन साथी भी डॉक्टर है वह चंडीगढ़ में कार्यरत हैं इनकी ड्यूटी पीएचसी डहीना में है इनकी छोटी बेटी होने के बावजूद यह ना बेटी से मिल पा रही थी ना जीवनसाथी से मिल पा रही थी इन्होंने फर्ज को ही सबसे ऊपर रखा और अपनी ड्यूटी कई कई घंटों तक निभाकर इलाके की सेवा में लगी रही इनकी सेवा भाव को देखकर को विधायक लक्ष्मण यादव व काफी सामाजिक संगठनों में इन को सम्मानित किया