मिक्सो पैथी के विरुद्ध आईएमए नेशनल हेड क्वार्टर के आह्वान पर मंगलवार को रेवाड़ी के डॉक्टर सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक रिले भूख हड़ताल पर रहे। भारत की विभिन्न चिकित्सा पद्धतियां अपने आप में अनूठी, कारगर परंतु एक दूसरे से पूरी तरह से भिन्न है अतः इन सब को मिलाकर यदि मिक्सोपैथी के रूप में देश के लोगों को परोसा जाएगा तो ना केवल यह भारतीय चिकित्सा पद्धतियों के साथ अन्याय होगा बल्कि मरीजों के स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ होगा अतः स्वास्थ्य मंत्रालय के इस फैसले के खिलाफ देशभर के सभी एलोपैथिक चिकित्सक 1 फरवरी से 14 फरवरी तक विभिन्न कार्यक्रमों के द्वारा विरोध प्रकट करेंगे। रिले भूख हड़ताल भी इसी आंदोलन में एक कड़ी के रूप में है।हम सरकार से मांग करते हैं की वह जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ ना करें और हर चिकित्सा पद्धति की पवित्रता को बरकरार रखते हुए मिक्सोपैथी के अपने फैसले पर पुनर्विचार करें।इस कार्यक्रम में आईएमए रेवाड़ी के सरंक्षक डॉ. नरेंद्र यादव,डॉ. पीसी सिंगला, प्रधान डॉ. पवन गोयल, उप प्रधान डॉ. सुरेखा यादव व डॉ. संजय अग्रवाल,सचिव डॉ. राजीव विग, डॉ. गजेन्द्र यादव, डॉ. नवनीत, डॉ. विवेक जैन, डॉ. करतार सिंह यादव, डॉ. बाबूलाल गोयल, महिला विंग प्रधान डॉ. सीमा मित्तल, डॉ. मित्रा सक्सेना, डॉ.नीलम यादव, डॉ.पूनम यादव, डॉ. पूनम जैन, डॉ.गुंजन गोयल, सह सचिव डॉ. सुमित्रा यादव, डॉ. प्रदीप यादव, डॉ. रामबाबू, कोषाध्यक्ष डॉ. अतीश सिंगला, डॉ. राहुल सिंगला आदि ने क्रमिक भूख हड़ताल में भाग लिया