रणघोष अपडेट. यूपी से
उत्तर प्रदेश पुलिस ने तुलसीदास द्वारा लिखी रामचरितमानस की प्रतियां जलाने के आरोप में दो लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की गई है। इसके अलावा दस और लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्द कराई गई थी। दर्ज कराई गई एफआईआर में समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य, देवेंद्र प्रताप यादव, यशपाल सिंह लोधी, सत्येंद्र कुशवाहा, महेंद्र प्रताप यादव, सुजीत यादव, नरेश सिंह, एसएस यादव, संतोष वर्मा और मोहम्मद सलीम को नामजद किया गया है। एफआईआर भारतीय दंड संहिता(आईपीसी) की धारा 142 (गैरकानूनी तरीके से एकत्र होना), 143, 153 ए (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास आदि पर अपमानजनक या हमला), 295 (पूजा स्थल को अपवित्र करना), 295 ए (धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य) और 298 (धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाने के इरादे से जानबूझकर शब्द कहना) के तहत दर्ज की गई थी।