नगर पालिका चुनाव में बिना लड़े भाजपा को मिल गया चेयरमैन, कंवर सिंह ने लिया सीएम खट्टर- भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धनखड़ का आशीर्वाद
हरको बैंक के चेयरमैन अरविंद यादव ने एक बार फिर भाजपा की छवि को कमजोर होने से बचा लिया
रणघोष अपडेट. चंडीगढ. धारूहेड़ा
नगर पालिका धारूहेड़ा चुनाव में अपनी वजूद को खतरे में डाल चुकी भाजपा को एक बार फिर हरको बैंक के चेयरमैन अरविंद यादव ने खत्म होने से बचा लिया। इस सीट पर करिश्माई अंदाज में चेयरमैन बने कंवर सिंह ने शुक्रवार को चंडीगढ़ पहुंचकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ एवं मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर का आशीर्वाद लिया। कंवर सिंह के इस कदम से भाजपा को दुबारा आक्सीजन मिल गईं है।
नगर निकाय चुनाव में रेवाड़ी नगर परिषद एवं धारूहेड़ा नगर पालिका चुनाव में भाजपा- जेजेपी गठबंधन ने मिलकर सीटों के बंटवारे में एक अनूठा प्रयेाग किया था। इसमें रेवाड़ी की सभी सीटों पर भाजपा तो धारूहेड़ा में जेजेपी को सभी सीटें दे दी गईं। इससे जमीन से जुड़े कार्यककर्ताओं में गहरा रोष था। धारूहेड़ा में तो अनेक प्रमुख पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता चुनाव मैदान में खड़े अन्य प्रत्याशियों के साथ समर्थन में आ गए। यहां जेजेपी की टिकट पर खड़े राव मान सिंह काफी प्रयासों के बाद भी छठें नंबर पर रहे। यहां बता दें कि पिछले लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव में भाजपा को यहां से सबसे ज्यादा वोट मिलते रहे हैं। इसके बावजूद नगर निकाय चुनाव में गठबंधन के तहत धारूहेड़ा में भाजपा का सिंबल पर नहीं लड़ना जोखिम भरा निर्णय था। इस चुनाव में आजाद प्रत्याशी कंवर सिंह की जीत कई मायनों में खास है। उन्होंने पानी की तरह कोई पैसा नहीं बहाया। प्रचार प्रसार से दूर रहे। साधारण प्रत्याशी के तौर पर अकेले लोगों से मिलते रहे। हालांकि वे नगर पालिका गठन से पहले गांव धारूहेड़ा के सरपंच रह चुके हैं।
इसलिए इस चुनाव में उन्होंने सभी धुरंधरों को पीछे छोड़ते हुए विजयी प्राप्त कर ली। कंवर सिंह हरको बैंक के चेयरमैन अरविंद यादव के साथ लगातार संपर्क में रहे। हालांकि उनसे काफी प्रभावशाली नेताओं ने भी संपर्क किया लेकिन वे अरविंद यादव के प्रति अपना विश्वास जता चुके थे। अरविंद यादव ने भी कंवर सिंह को सम्मान देने में कसर नहीं छोड़ी और शुक्रवार को सुबह अपने साथ लेकर सीधे चंडीगढ़ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ और उसके बाद मुख्यमंत्री खट्टर से आशीर्वाद दिला दिया। कंवर सिंह आने वाले कुछ दिनों में भाजपाई हो जाएंगे। इस बदले घटनाक्रम से रेवाड़ी के नगर निकाय चुनाव में भाजपा का पूरी तरह से कब्जा हो गया है। प्रदेश स्तर पर देखा जाए तो एक बार फिर रेवाड़ी की जनता ने भाजपा की प्रतिष्ठा को कमजोर होने से बचा लिया।