दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर तोड़फोड़ का मामला सामने आया है। मुख्यमंत्री कार्यालय का कहना है कि धरने पर बैठे भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री के घर पर लगे सीसीटीवी कैमरे तोड़े हैं। इधर दिल्ली बीजेपी ने कहा है कि आम आदमी पार्टी घटिया राजनीति पर उतर आई है। धरने पर बैठीं महिला पार्षदों पर नजर रखने के लिए नए सीसीटीवी लगवा दिए, जबकि सीएम हाउस के बाहर पहले से ही बहुत कैमरे लगे हैं। ये किसी भी महिला की निजता पर हमला है। आप का महिला विरोधी चेहरा एक बार फिर उजागर हो चुका है।
आजतक के अनुसार मेयर जय प्रकाश ने कहा कि हम 7 दिनों से मुख्यमंत्री के घर के बाहर हैं, मगर मुख्यमंत्री मिलना तो दूर, बात भी नहीं करना चाहते हैं। आज महिला पार्षद सो रही हुई थीं, वहां सीएम दफ्तर के लोगों ने महिला प्राइवेसी का ध्यान रखे बिना सीसीटीवी कैमरे लगाने लगे, जिसका महिला पार्षदों ने विरोध किया।
मेयर ने कहा कि आप ऐसे अराजकता मत फैलाओ, हमने कोई कैमरा नहीं तोड़ा, बस महिला पार्षदों के ऊपर जो सीसीटीवी लग रहा था उसे लगने नहीं दिया। जबकि बीजेपी के इस जवाब पर आम आदमी पार्टी ने पूछा है कि सीसीटीवी कैमरों से डर कैसा? भाजपा नेता सीसीटीवी तोड़ कर क्या करना चाहते थे?
गौरतलब है कि दिल्ली में कई दिनों से मुख्यमंत्री आवास के बाहर तीन एमसीडी मेयर और कई पार्षद धरने पर बैठे हैं। केजरीवाल सरकार पर दबाव बनाने के लिए अब तीनों मेयर सोमवार से सीएम हाउस के बाहर बने फुटपाथ से ही मेयर दफ्तर चलाएंगे।