केवल आदेश कोई प्रबंध नहीं ऐसे में शिक्षक व छात्र असमंजस में
अब 14 दिसंबर से स्कूल खुलने को लेकर शिक्षा विभाग के नए पत्र से शिक्षक व छात्र दुविधा में है। शिक्षा विभाग द्वारा जारी पत्र में कोरोना गाइडलाइन को लेकर हर बच्चे को स्कूल में आने से पहले कोरोना का टेस्ट करवा कर रिपोर्ट साथ लेकर आनी है । विभाग ने आदेश दे दिए हैं ,मगर महज 2 दिन में ही प्रदेश भर के सभी बच्चे का कोरोना टेस्ट कहां से करवाएंगे। ऐसे में 14 तारीख से स्कूलों में छात्रों की संख्या जीरो ही रहेगी।अभिभावकों का कहना है कि जब शिक्षा विभाग को बच्चों के कोरोनामुक्त की रिपोर्ट चाहिए थी तो उसके लिए विभाग को इतने बड़े स्तर पर कोई प्रबंध जुटाने चाहिए थे। कोरोना के चलते स्कूलों में कक्षाएं लगाने को लेकर शिक्षा विभाग ने एक और अनूठा फरमान जारी किया है, जो पूरा किया जाना संभव नहीं है। यदि इस लिहाज से ही स्कूल में 14 को प्रवेश दिया गया तो शायद ही कोई विद्यार्थी ही स्कूल आ पाए। दरअसल नवंबर माह में कोरोना प्रभाव के चलते स्कूल दोबारा से बंद किए गए थे। अब विभाग ने 14 दिसंबर से दसवीं व बारहवीं के स्कूल खोलने के आदेश जारी किए हैं। इन आदेशों में कहा गया है कि स्कूल आने वाले विद्यार्थी को माता–पिता का सहमति पत्र लाना होगा। साथ ही प्रत्येक विद्यार्थी को अपने फिट होने की स्वास्थ्य रिपोर्ट भी देनी होगी। इस रिपोर्ट में बच्चा कोरोना से प्रभावित नहीं है इसका प्रमाण पत्र विद्यार्थी को लाना है, जो स्वास्थ्य विभाग देगा। विद्यार्थी किसी भी नजदीक के पीएचसी, सीएचसी या अन्य अस्पताल से ये सर्टिफिकेट लाएगा, वो भी टेस्ट रिपोर्ट के आधार पर। आदेश के बाद स्कूल खुलने में तीन दिन ही बचे हैं। ऐसे में सरकार की ओर से प्रदेश के लाखों बच्चों के टेस्ट की क्या कोई अतिरिक्त व्यवस्था की है? इसका पत्र में कोई जिक्र नहीं है। ऐसे में सवाल यही है कि कोई विद्यार्थी जब टेस्ट के लिये कहीं जाएगा नहीं तो रिपोर्ट कैसे आएगी। इसके अलावा थर्मल स्केनिंग भी होनी है। ऐसे में एक सवाल ये भी है कि क्या स्कूल आने वाले टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ के सदस्य भी रिपोर्ट लेकर आएंगे? इस सबके बीच एक अहम बात यह भी है कि 13 दिसंबर को प्रदेश में एनटीएसई की लेवल वन की परीक्षा होने वाली है। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड , भिवानी की ओर से होने वाली इस परीक्षा के लिए कोई ऐसे आदेश जारी नहीं किया गया कि परीक्षार्थी को कोरोना संक्रमण से निगेटिव होने की रिपोर्ट लानी है? हरियाणा के सभी जिलों में रविवार को ये परीक्षा होगी। इस परीक्षा में हजारों विद्यार्थी परीक्षा में बैठने वाले हैं। हरियाणा में प्रतिदिन करीब 30 हजार टेस्ट होते गौरतलब है कि हरियाणा में प्रतिदिन करीब 30 हजार टेस्ट होते है। जबकि हरियाणा बोर्ड व सीबीएसई के दसवीं व बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों की संख्या कई लाख है। तीन दिन में कई लाख टेस्ट कैसे किए जाएंगे। यह भी सोचने का विषय है।