जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान हुसैनपुर रेवाड़ी ने कोरोना काल में सरकार द्वारा जारी एसओपी की गाइडलाइंस की पालना करते हुए अपनी साधना जारी रखी। ” शिक्षक उस मोमबत्ती के समान है जो स्वयं जलकर दूसरों को प्रकाश देती है” सूक्ति को कृतार्थ किया। लॉकडाउन के दौरान सरकार द्वारा ‘घर से पढ़ाओ कार्यक्रम ‘ के तहत संस्थान के सभी विषय विशेषज्ञों ने सभी ब्लॉकों के विद्यालय के 20 छात्र–छात्राओं , अभिभावकों एवं अध्यापकों की हर रोज मेंटरिंग एवं मॉनिटरिंग की। रचनात्मक एवं समीक्षात्मक चिंतन (सीसीटी) कार्यक्रम के तहत डाइट एवं जिले के दो ब्लॉको (नाहड़ व जाटूसना ) के हिंदी, गणित व विज्ञान के विषय विशेषज्ञों द्वारा कक्षा 7वी से 9वी तक के बच्चों के लिए तीन विषयों के सैकड़ों प्रतिमान (मॉड्यूल) तैयार किए जिनमें से अकेले विज्ञान विषय के ही 50 से अधिक को एससीईआरटी गुरुग्राम द्वारा सराहा एवं मुद्रित किया गया। हरियाणा सरकार शिक्षा विभाग द्वारा ‘साइंस प्रमोशन स्कीम‘ के तहत चलाए जा रहे सुपर – 100 प्रोग्राम के तहत विकल्प संस्था द्वारा डाइट हुसैनपुर रेवाड़ी में कोचिंग प्राप्त कर रहे सभी बच्चों ने आईआईटी एडवांस के लिए क्वालीफाई किया एवं 15 से अधिक बच्चों ने आई आई टी में दाखिला लिया । यह उपलब्धि डॉ बीर सिंह वरिष्ठ प्राध्यापक एवं पूर्व प्राचार्या व वर्तमान में ज्वाईंट डायरेक्टर एससीईआरटी गुरुग्राम में कार्यरत संगीता यादव के संरक्षण ,मार्गदर्शन एवं संस्थान की मेहनत से हासिल की। शिक्षा विभाग द्वारा ‘साइंस प्रमोशन स्कीम ‘ के तहत राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा की तैयारी कर रहे जिले के विभिन्न स्कूलों के 50 बच्चों को प्रतियोगिता की तैयारी के लिए मुफ्त किताबें, ऑनलाइन कक्षाओं की तैयारी व ऑनलाइन टेस्ट आदि की जिम्मेवारी निभाई। ई–लर्निंग के तहत ईटी विंग के प्रभारी डॉ बीर सिंह द्वारा छात्रों के लिए वीडियो तैयार करवाना, विज्ञान विषय के लिए रोचक वीडियो व क्विज बनाकर ग्रुप में शेयर करवाना व छात्रों का औचक टेस्ट लेना, आदि की भूमिका बखूबी निभाई। डॉ नरेश कुमार प्रवक्ता द्वारा कक्षा 1 से 8 तक विभिन्न विषयों की पाठ्य पुस्तकों से दीक्षा पोर्टल पर 20 से भी अधिक पाठों की वीडियोस बनाकर के अपलोड करवाई । इन वीडियोस को पूरे भारतवर्ष में शिक्षा प्राप्त कर रहा छात्र ,अभिभावक व अध्यापक जो किसी भी कोने में बैठा हुआ है देख सकता है । डाइट के वरिष्ठ प्राध्यापकों ने कोरोना काल में ड्यूटी मजिस्ट्रेट की भूमिका निभाते हुए अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया । प्राध्यापकों ने क्षेत्रीय ड्यूटी मजिस्ट्रेट, प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य स्थान पर पहुंचाने , कैंपों में उनके ठहरने के उचित प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई । जिला समन्वयक दीक्षा डॉ विश्वेश्वर , तकनीकी सहायक श्री रामजीत व एसआरजी ग्रुप डाइट द्वारा सभी ब्लॉको की कक्षा 1 से 8 तक के अध्यापकों की ऑनलाइन निष्ठा ट्रेनिंग निर्धारित समय पर पूरी कराई एवं उनके शंका समाधान सत्र आयोजित किए । उन्होंने आगे बताया की ऑनलाइन ट्रेनिंग में जिला रेवाड़ी प्रथम तीन चरणों में हरियाणा प्रदेश में प्रथम स्थान पर रहा व बाकी चरणों में द्वितीय स्थान पर रहा। नई शिक्षा नीति के तहत कक्षा 1 से 8 तक सभी विषयों की पाठ्य पुस्तकों को लेकर कार्यशाला का आयोजन कर विशेष रुप से तीन बिंदुओं पर कार्य किया कि पाठ्य पुस्तकों में क्या जोड़ा जाए, क्या हटाया जाए व क्या अपेक्षित बदलाव किया जाए। प्राचार्य श्री शमशेर सिंह सिरोही के मार्गदर्शन में श्री दिनेश कुमार प्रवक्ता जीव विज्ञान द्वारा सभी खंडों के विज्ञान अध्यापकों की गतिविधि आधारित कार्यशाला का आयोजन करना। मनोविज्ञान प्रवक्ता दीपक कुमार द्वारा समय–समय पर बच्चों के तनाव को दूर करने के लिए ऑनलाइन वर्कशॉप का आयोजन करना आदि संस्थान में कार्यरत सभी विषय विशेषज्ञों एवं गैर शैक्षणिक स्टाफ द्वारा यथासंभव योगदान दिया।