कर्नाटक में सिद्धारमैया कैबिनेट में शपथ लेने वाले सभी 9 मंत्रियों पर केस दर्ज हैं. साथ ही सभी मंत्री करोड़पति भी हैं. यह जानकारी कर्नाटक इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स रिपोर्ट में दी गई है. ये रिपोर्ट कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के 9 मंत्रियों के शपथपत्रों के आधार पर तैयार की गई है. सभी 9 मंत्रियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामलों की जानकारी भी दी है. इनमें से 4 पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
डीके शिवकुमार के पास 1413 करोड़ रुपये की संपत्ति
डीके शिवकुमार सबसे अमीर कैबिनेट मंत्री हैं. उन्होंने कुल 1413.80 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे सबसे कम घोषित कुल संपत्ति वाले मंत्री हैं. चित्तपुर से विधायक प्रियांक के पास केवल 16.83 करोड़ रुपये की संपत्ति है. इन मंत्रियों की औसत संपत्ति 229.27 करोड़ रुपये हैं. एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक सिद्धारमैया कैबिनेट के 9 में से 3 मंत्रियों के पास केवल स्कूली शिक्षा है.
तीन मंत्रियों के पास केवल स्कूली शिक्षा है
ये तीन 8वीं पास 12वीं पास हैं. जबकि 6 मंत्रियों ने ग्रेजुएशन या उससे ज्यादा पढ़ाई की है. हलफनामों में पांच मंत्रियों ने अपनी उम्र 41 से 60 साल के बीच बताई है. जबकि चार मंत्रियों ने अपनी उम्र 61 से 80 साल के बीच बताई है. कर्नाटक इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 में 224 में से 223 विजेता उम्मीदवारों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया.
122 विधायकों ने आपराधिक मामलों की दी जानकारी
223 में 122 (55 प्रतिशत) विजेता उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये हैं. वहीं साल 2018 में 221 में से 77 विधायकों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये थे. इस बार 71 विजेता उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किये हैं. 1 विधायक ने अपने ऊपर हत्या से संबंधित मामला घोषित किया है. 3 विजेता उम्मीदवारों ने अपने ऊपर हत्या का प्रयास से संबंधित मामले घोषित किये हैं.
223 विधायकों में 217 विधायक करोड़पति
इसके अलावा 7 विजेता उम्मीदवारों ने महिलाओं के ऊपर अत्याचार से संबंधित मामले घोषित किये हैं. इन 7 में से 1 विजेता उम्मीदवार ने अपने ऊपर बलात्कार से संबंधित मामला घोषित किया है. INC के 134 में से 78, BJP के 66 में से 34 (52 प्रतिशत), जेडीएस के 19 में से 9 विधायकों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये हैं. 223 विधायकों में 217 विधायक करोड़पति हैं.