कितलाना टोल पर फूंकी नए लेबर कोड की प्रतिलिपियां,मजदूरों को कॉरपोरेट जगत का बंधुआ बना देने का आरोप

मजदूरों के हित के 44 श्रमिक कानून रद्द कर केंद्र सरकार जो 4 नए लेबर कोड लेकर आई है उससे मजदूर कॉरपोरेट जगत के बंधुआ बनकर रह जाएंगे। यह बात वक्ताओं ने कितलाना टोल पर नए कोडों की प्रतिलिपियों को फूंकने के बाद धरनारत किसान, मजदूरों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि ये कोड लागू होने से मालिक 12 घंटे काम लेकर मजदूरों का जमकर शोषण करेंगे। न्यूनतम वेतन मिलना नामुमकिन होगा और रोजगार का स्थायित्व खत्म हो जाएगा। उद्योगपति हायर फायर की नीति पर काम करेंगे। किसान मजदूरों ने नए लेबर कोड की प्रतिलिपियों को जलाते हुए सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। दादरी से निर्दलीय विधायक और खाप सांगवान 40 के प्रधान सोमबीर सांगवान ने कहा कि नए कोड लागू होने पर श्रमिकों को अपनी मांगों को लेकर हड़ताल से माध्यम से आवाज उठाने का अधिकार नहीं रहेगा और ना ही यूनियन बना सकेंगे। इससे साफ है कि कहीं कोई सुनवाई नहीं होगी। इसलिए खतरे को भांप संयुक्त किसान मोर्चा ने इन मजदूर विरोधी कोडों के खिलाफ आवाज बुलुन्द करने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि सरकार हर वर्ग पर चोट मार रही है लेकिन भूल रही है कि देर सवेर उसे इसी जनता के सामने झोली फैलाने फिर से आना पड़ेगा।  कितलाना टोल पर धरने के 98वें दिन खाप सांगवान 40 के सचिव नरसिंह डीपीई, फौगाट खाप 19 के प्रधान बलवन्त नम्बरदार, सत्यवान बलियाली, गंगाराम श्योराण, राजसिंह जताई, दिलबाग ग्रेवाल, कमल प्रधान, कृष्णा छपार, बिमला डोहकी ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि सरकार ने 1 अप्रैल से मंडियों में खरीद शुरू करने का ऐलान किया था लेकिन सरकार के सारे दावे धरे रह गए और किसी भी मंडी में सुचारू रूप से खरीद शुरू नहीं हो पाई। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया तो किसान मंडियों में घेराव कर प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे। धरने का मंच संचालन कामरेड ओमप्रकाश ने किया। इस अवसर पर सुरजभान सांगवान, राजू मान, बलवीर बजाड़, रणधीर घिकाड़ा, महेंद्र धानक, इंदु परमार, रमेश शर्मा, तालेराम झोझू, रामचन्द्र बलियाली, बलजीत मानकवास, कृष्ण नकचुंडी, शीला, कृष्णा, रविंद्र तंवर, प्रेम सिंह, सत्यवान कालुवाला, सूबेदार सत्यवीर, पूर्व सरपंच समुन्द्र सिंह इत्यादि मौजूद थे। आज भी टोल फ्री रहा।

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