किसानों का भारत बंद; हाईवे पर जाम, ट्रेन सेवाएँ भी प्रभावित

किसानों के भारत बंद से देश के अधिकतर हिस्सों में यातायात प्रभावित हुआ है। ट्रेन सेवाएँ भी बाधित हुई हैं। अधिकतर जगहों पर निजी व सरकारी दफ़्तर, दुकान व दूसरे वाणिज्यिक प्रतिष्ठान, स्कूल-कॉलेज जैसे शैक्षणिक संस्थान बंद हैं। 40 से अधिक फार्म यूनियनों का संगठन संयुक्त किसान मोर्चा यानी एसकेएम आज विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहा है। उत्तर रेलवे ने कहा है कि दिल्ली, अंबाला और फिरोज़पुर मंडलों में रेल परिचालन प्रभावित है क्योंकि लोग रेल पटरियों पर बैठे हैं। दिल्ली डिवीज़न में 20 से ज़्यादा जगहों पर जाम लगाया जा रहा है। अंबाला और फिरोजपुर मंडल में क़रीब 25 ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। इससे पहले किसानों का भारत बंद शुरू होते ही दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने यूपी से गाजीपुर की ओर जाने वाले को यातायात बंद कर दिया। हरियाणा के कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में दिल्ली-अमृतसर राष्ट्रीय राजमार्ग को भी बंद कर दिया गया। पंजाब-हरियाणा की शंभू सीमा को भी शाम चार बजे तक के लिए बंद कर दिया गया है। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के तत्वावधान में तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों द्वारा सोमवार को आहूत 10 घंटे की राष्ट्रव्यापी हड़ताल को कई ग़ैर-एनडीए दलों ने समर्थन दिया है। संगठन ने रविवार को बंद के दौरान पूर्ण शांति की अपील की और सभी भारतीयों से हड़ताल में शामिल होने का आग्रह किया। संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि वे राष्ट्रीय राजमार्गों के कुछ हिस्सों पर आवाजाही की अनुमति नहीं देंगे। किसानों के विरोध-प्रदर्शन के 10 महीने हो चुके हैं। किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत ने कहा है कि किसान 10 साल तक प्रदर्शन करेंगे, लेकिन इन ‘काले क़ानूनों’ को लागू नहीं होने देंगे। पश्चिम बंगाल में भी ट्रेन सेवाएँ बाधित हुई हैं। किसान एकता मोर्चा ने कहा है कि प्रदर्शन करने वालों ने ट्रेन के संचालन को बाधित किया। बिहार में किसानों के बंद का असर है। राज्य में कई जगहों पर किसानों और उनके बंद को समर्थन देने वाले संगठनों ने सड़क को जाम किया। आइसा के कार्यकर्ताओं ने वाहनों की आवाजाही को रोका। किसानों के भारत बंद का असर कर्नाटक जैसे राज्यों में भी है। बेंगलुरु में कई संगठन प्रदर्शन में शामिल हुए और भारत बंद को सफल बनाने की कोशिश में लगे रहे।  संयुक्त किसान मोर्चा का यह विरोध प्रदर्शन उसी दिन हो रहा है जिस दिन पिछले साल कृषि क़ानूनों को राष्ट्रपति की मंजूरी मिली थी। यानी इनके क़ानून बने एक साल हो गया है।कांग्रेस-शासित पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भारत बंद का समर्थन किया है। आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु की सरकारों ने बंद के प्रति समर्थन का एलान किया है। आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस तो तमिलनाडु में डीएमके नेतृत्व की सरकार है।बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता और राष्ट्रीय जनता दल के विधायक तेजस्वी यादव ने कहा है कि वे इस बंद में शामिल होंगे। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *