किसान मजदूर की रोजी, रोटी और खेती का निजी करण नहीं होने दिया जाएगा: कामरेड राजेंद्र

3 कृषि विरोधी काले कानूनों के विरोध में ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन गांव शहर में  जन जागृति अभियान चला रहा है एवं किसान मजदूरों, जनवादी सोच रखने वाले नागरिकों से अपील कर रहा है की जन आंदोलन को और भी मजबूत करें। कामरेड राजेंद्र सिंह एडवोकेट ने बताया कि आज रेवाड़ी शहर में जन अभियान चलाया गया। कामरेड सिंह ने कहा की यह आंदोलन कॉर्पोरेट घरानों से रोजी रोटी और फसल को बचाने का आंदोलन है। सरकार केवल प्रचार तंत्र से यह बता रही है यह कानून किसान हित में है परंतु इन कानूनों से किसानों को क्या हित होगा, इस बारे सरकार एक शब्द भी नहीं बता पाई है। कामरेड सिंह ने कहा कि सरकार जो गिफ्ट किसानों को देना चाहती है अगर किसान उसको नहीं लेना चाहते तो सरकार जबरन उस गिफ्ट को क्यों देना चाहती है और गिफ्ट से इनकार करने पर किसानों पर दमनात्मक कार्रवाई की जा रही है। सरकार किसानों के साथ दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही है। जन आंदोलन के दौरान स्थापित तमाम मान्यताओं को तारतार कर रही है। सच्चाई को उजागर करने वाले निर्भीक पत्रकारों पर झूठे मुकदमे बनाए जा रहे हैं। सरकार ने जिस तरह अन्य सरकारी उपक्रमों को कौड़ियों के दामों में पूंजी पतियों को बेच दिया है उसी तरह आज किसान की रोजी रोटी और खेती को भी कॉर्पोरेट घरानों को देने के लिए यह कानून लाई है। यह कानून कृषि सुधार की बजाय कृषि बिगाड़ कानून है। सरकार एवं सरकार के कारिंदे अफवाहों का बाजार गर्म करके, झूठ की आड़ में आंदोलन को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है। कामरेड ने कहा की संयुक्त किसान मोर्चा कानून रद्द होने तक अपने आंदोलन को चलाएगा और 6 फरवरी को 12:00 बजे से 3:00 बजे तक नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे को बंद करने का फैसला है जिस बारे तैयारियां चल रही है।

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