बड़ी रोचक है इसकी वजह, जानें धार्मिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण
Past Life Regression: हमने बहुत से लोगों को ये कहते सुना है, कि छोटे-छोटे बच्चों को उनका पिछला जन्म याद आ सकता है. जब बच्चे बड़े होने लगते हैं, तो उनके पूर्व जन्म की याददाश्त धीरे-धीरे चली जाती है. पूर्व जन्म को ना केवल हिंदू धर्म बल्कि कई अन्य प्राचीन धर्मों में भी मान्यता दी गई है. विज्ञान की बात करें तो विज्ञान पूर्व जन्म को एक चुनौती मानता है. जिसके ऊपर बहुत से शोध किए जा रहे हैं, लेकिन इस सुलझाना अभी भी बहुत जटिल है. जब हम पूर्व जन्म की बात करते हैं, तो हमारे दिमाग में विचार आता है, कि हमें अपने पूर्व जन्म का याद क्यों नहीं रहता. आइए जानते हैं इसका वैज्ञानिक और धार्मिक पहलु ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से.
वैज्ञानिक दृष्टिकोण
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो हमारे दिमाग की संरचना और कार्य प्रणाली कुछ इस प्रकार से बनी हुई है, कि हम अपनी पिछली यादों को सदैव याद नहीं रख सकते. हमारा दिमाग इस प्रकार से काम करता है, कि हमें नई चीजें याद रहती हैं, और पुरानी हम भूलते जाते हैं. ऐसा होने से दिमाग पर अनावश्यक यादों को याद रखने का बोझ नहीं पड़ता और वह सही प्रकार से काम करता रहता है. अक्सर हमारी जिंदगी में कई बुरी घटनाएं घटित हो जाती हैं. जिन्हें भूलकर हम नई जिंदगी की शुरुआत करते हैं, लेकिन यदि मनुष्य का दिमाग पुरानी बातों को भूल नहीं पाएगा, तो उसके लिए नई शुरुआत करना असंभव होगा. इसी कारण से हमें पूर्व जन्म की बातें याद नहीं रहती.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार
यदि किसी व्यक्ति को अचानक से याद आ जाए कि पूर्व जन्म में उसकी मृत्यु किस प्रकार हुई थी या पूर्व जन्म में वह कौन सा काम करता था. तो हो सकता है, कि उसे इस जन्म में भी इस बात का डर बना रहे. हर व्यक्ति अपने दुख और पीड़ा से मुक्ति पाना चाहता है. यह भी एक कारण है, कि छोटे बच्चों को अपना पिछला जन्म याद रहता है और बड़े होते होते वे उसे भूल जाते हैं.
आज के समय में भी भारत की सबसे पुरानी विद्या सम्मोहन का उपयोग किया जाता है. वर्तमान समय में सम्मोहन की विद्या का उपयोग पिछले जन्म की याद दिलाने के लिए सर्वोत्तम माना गया है. बहुत से लोग आज भी इस विद्या का उपयोग कर लोगों को उनके पूर्व जन्म की याद दिलाते हैं. फिर भी यह पूरी तरह से निश्चित नहीं है कि जो भी उश व्यक्ति को याद आया है, वो सच है या नहीं.