राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के दोनों आरोपियों नितिन फौजी और रोहित के साथ उनके तीसरे साथी उधम को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. लेकिन सवाल है कि आखिर सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या की साजिश कैसे रची गई थी.
प्राप्त जानकारी के अनुसार सुखदेव गोगामेड़ी हत्याकांड का मेन मास्टरमाइंड विदेश में बैठा राजस्थान का कुख्यात गैंगस्टर रोहित गोदारा है. रोहित गोदारा ने सुखदेव की हत्या का टास्क और शूटर अरेंज करने की जिम्मेदारी अपने राइट हैंड मैन वीरेंद्र चरण को दी. फिर चरण ने हत्या की पूरी प्लानिंग की. इसके बाद शूटर खोजे गए और उन्हें हथियार उपलब्ध कराया गया. इसके बाद हत्या को कैसे अंजाम देना है इसकी पूरी प्लानिंग की गई.
शूटर को ऐसे किया तैयार
वीरेंद्र चरण के साथ राजस्थान की जेल में रोहित राठौड़ बंद था, रोहित रेप के केस में राजस्थान की अजमेर जेल में वीरेंद्र चरण के साथ बंद था. रोहित ने पूछताछ में बताया की उसके ऊपर रेप का केस दर्ज था, जिसमें सुखदेव उसके खिलाफ पैरवी कर रहा था. इसी कारण वह सुखदेव से गुस्से में था. रोहित के गुस्से का फायदा विरेंद्र चरण ने उठाया और सुखदेव की हत्या के लिए रोहित को तैयार किया.
जानकारी के अनुसार नितिन फौजी पर हरियाणा के महेंद्रगढ़ में किडनैपिंग का केस दर्ज है, नितिन फौजी भी जेल में रहने के दौरान वीरेंद्र चरण के कॉन्टैक्ट में आया था. नितिन को विदेश जाना था और वह वहीं पर सेटल होना चाहता था. वीरेंद्र चरण ने नितिन को विदेश सेटल होने का भरोसा दिया.
इसके बाद हत्याकांड के लिए दोनों शूटर तैयार हुए. दोनों शूटर लगातार वीरेंद्र चरण के संपर्क में थे, हत्याकांड के पहले और बाद में भी. वीरेंद्र ने अपने गुर्गों के जरिए दोनों शूटरों को जयपुर में हथियार भिजवाया था. दोनों शूटर ने बताया की हत्याकांड के बाद जयपुर के पास एक होटल के करीब हथियार दबाया है, पुलिस हथियार बरामद करेगी. शुरुआती पूछताछ में बताया जा रहा है की रोहित गोदारा के प्रॉपर्टी को लेकर विवाद था, लेकिन हत्याकांड के पीछे जातीय समीकरण की बात भी सामने आ रही है.