बेटियों के सम्मान और शिक्षा में सबसे आगे रहने वाले भार्गव समाज के गौरवशाली इतिहास में एक नाम ओर जुड़ गया है। शहर के कुतुबपुर मोहल्ला निवासी डॉ. प्रियल भार्गव भारतीय थल सेना में बतौर लेफ्टिनेंट नियुक्त हुई है। यह समाज की सबसे विशेष उपलब्धि है। आमतौर पर बेटियां देश सेवा के जज्बे वाले इस क्षेत्र में कम कदम बढ़ाती है। डॉ. प्रियल भार्गव ने सेना को चुनकर ना केवल अपने परिवार के गौरव को बढ़ाया साथ ही वह आने वाली युवा पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा भी बन गई है।
डॉ. प्रियल की इस शानदार कामयाबी पर कुतुबपुर में खुशी की लहर है। डॉ प्रियल के पिता अनुज भार्गव रेलवे में डिप्टी चीफ ऑपरेटिंग मैनेजर है। माता रीता भार्गव ने बताया कि प्रियल ने एमबीबीएस की परीक्षा आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज पुणे से क्लीयर की थी। तीन विषय में डिस्टंक्शन तथा एक विषय में गोल्ड मैडल प्राप्त किया है। ऑब्स गायनी में भी उसे गोल्ड मैडल मिल चुका है। ताऊजी पूर्व पार्षद प्रदीप भार्गव, शिक्षाविद राकेश भार्गव ने बताया कि प्रियल ने अपनी लगन और मेहनत से भारतीय थल सेना के आर्म्ड कोर में लेफ्टिनेंट के पर नियुक्ति हासिल की है। यह उसका विजन भी था। डॉ. प्रियल को चंडी मंदिर कमांड अस्पताल चंडीगढ. में 6 महीने की इंटर्नरिशप के बाद पोस्टिंग मिलेगी। प्रियल बचपन से ही हर क्षेत्र में आगे रहती थी। उसने जीवन में जो लक्ष्य निर्धारित किया उसी पर वह चली और उसे पूरा कर दिखाया।