नाबार्ड ने किया जागरूकता कार्यक्रम, बताया कैसे बने आत्मनिर्भर

 एसएचजीबी बैंक रेवाड़ीके शाखा प्रबन्धकों हेतु नाबार्ड के जिला विकास प्रबन्धक जगदीश परिहार द्वारा स्वयं सहायता समूह तथा स्वयं देयता समूह पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन  किया जाएगा। एलडीएम ऑफिस रेवाड़ी के सभागार में किया गया। इस कार्यक्रम में जिले मे बैंक के शाखा प्रबन्धको ने भाग लिया। जिला विकास प्रबन्धक जगदीश परिहार ने सभी का स्वागत करते हुए स्वयं सहायता समूह तथा स्वयं देयता समूह के बारे मे विस्तार से बताया तथा उनके गठन के दौरान एवं उसके पश्चात शाखा प्रबन्धकों  द्वारा ध्यान में रखे जाने वाले निम्नलिखित विषयों पर पीपीटी के द्वारा विस्तृत चर्चा की।

1.   स्वयं सहायता समूहो एवं जेएलजी में जरूरतमंद सदस्यों की पहचान

2.   स्वयं सहायता समूह एवं जेएलजी के गठन का मूल उद्देश्यो से सभी सदस्यों को अवगत कराना

3.   उचित नेतृत्वकर्ता की पहचान तथा नियमित बैठक

4.   नियमित बचत, आंतरिक उधार तथा लेखा बहियों का उचित रखरखाव

5.   समूह द्वारा किए जाने वाले विभिन्न आजीविका से सम्बंधित गतिविधियां (सिलाई तथा पशुपालन के अलावा)

6.   बचत खाता खोलना तथा ऋण स्वीकृत करना

7.   बैंक ऋण का उचित उपयोग/प्रबंधन तथा समय पर चुकौती

8.  कौशल को पहचानकर उनके विकास के लिए समूहों की सदस्यों को  एवं एलईडीपी के माध्यम से प्रशिक्षित करना। इसके अलावा शाखा प्रबन्धकों को जिले मे बनाए गए स्वयं सहायता समूह, स्वयं देयता समूहों, एफ़पीओ इत्यादि को ऋण देने के साथ साथ ऋण को विभिन्न सब्सिडी योजनाओ से जोड़ने का आग्रह किया। जिससे की कृषि क्षेत्र मे निवेश ऋण के लक्षय को आसानी से पूरा किया जा सके। नाबार्ड द्वारा संचालित सब्सिडि योजनाएँ जैसे,कृषि विपणन आधारभूत, ,एसीएबीसी के बारे मे विस्तार से बताया। कृषि आधारभूत कोष(एआईएफ़) को भी विस्तार से समझाया एवं सभी शाखा प्रबन्धकों को इन सभी योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक किसानों तक पंहुचाने का अनुरोध किया। कार्यक्रम में भूपेन्द्र सिंह राव, एलडीएम, श्री प्रीत सिंह फोगाट क्षेत्रीय प्रबन्धक, सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक एवं सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक के शाखा प्रबन्धक उपस्थित हुए। कार्यक्रम के समापन में जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड द्वारा आये हुये सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया

 

 

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