पाकिस्तान की जलवायु ऊर्जा मंत्री शेरी रहमान ने बुधवार को कहा कि चक्रवात बिपरजॉय गुरुवार को सुबह 11 बजे (स्थानीय समयानुसार) सिंध के केटी बंदरगाह से टकराएगा. पाकिस्तान स्थित जियो न्यूज ने यह जानकारी दी. इस्लामाबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शेरी रहमान ने गुरुवार को सिंध में आए चक्रवाती तूफान के बारे में बात की. उन्होंने आगे कहा कि अब तक सिंध के तटीय इलाकों से 66,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
शेरी रहमान ने आने वाली आपदा की इस घड़ी में लोगों से अधिकारियों के साथ सहयोग करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि सभी बचाव एजेंसियां राहत कार्यों के लिए तैयार हैं. जियो न्यूज के मुताबिक, रहमान ने आगे कहा, ‘चक्रवात का असली रूप 15 जून को पता चलेगा, जब वह सिंध के केटी बंदरगाह से टकराएगा.’
पाकिस्तान की जलवायु मंत्री ने कहा कि थट्टा, सुजावल, बादिन, थारपारकर और उमेरकोट जिले चक्रवात से सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे. उन्होंने आगे बताया कि चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ कराची से दूर जा रहा है और कहा कि चक्रवात की वजह से अधिकारियों को पाकिस्तान में छोटे विमानों के संचालन को निलंबित करने के लिए मजबूर होना पड़ा है. उन्होंने कहा कि चक्रवात के पाकिस्तान के करीब आने के कारण वाणिज्यिक उड़ानों का संचालन निलंबित रहेगा.
इस बीच, पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (पीएमडी) ने अपने ताजा अपडेट में कहा कि पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर चक्रवात बिपरजॉय पिछले छह घंटों में लगभग उत्तर पूर्व की ओर बढ़ गया है. जियो न्यूज ने पीएमडी के हवाले से कहा कि बिपरजॉय चक्रवात अब अक्षांश 22.1 डिग्री उत्तर और 66.9 डिग्री पूर्व के पास कराची से लगभग 310 किलोमीटर दक्षिण की दूरी पर, थट्टा से 300 किमी दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम और केटी बंदर से 240 किमी दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम में स्थित है.
पीएमडी ने कहा कि चक्रवात सिंध और बलूचिस्तान के तटीय इलाकों में तबाही मचा सकता है. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के निदेशक जहांज़ैब खान ने कहा, ‘हमें आशंका है कि तेज़ हवाओं के साथ भारी बारिश होगी और ऊंची लहरें उठेंगी जिससे संवेदनशील ढांचों को नुकसान पहुंच सकता है. इसलिए हमने सावधानी बरतनी शुरू कर दी है और तटीय क्षेत्रों से कम से कम 10 किलोमीटर के दायरे से लोगों को निकाल रहे हैं.’
‘बिपरजॉय’ बांग्ला भाषा का शब्द है जिसका मतलब ‘आपदा’ होता है. इसके 15 जून को सिंध की तटीय पट्टी से टकराने की संभावना है लेकिन 17-18 जून तक इसकी तीव्रता कम हो जाएगी. पाकिस्तान मौसम विभाग ने कहा कि हवा की रफ्तार 140-150 किलोमीटर प्रति घंटा हैं जो 170 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है और इस कारण समंदर में 30 फुट ऊंची लहर उठ सकती हैं.
डिफेंस हाउसिंग अथॉरिटी (डीएचए) ने ‘सीव्यू बीच’ और दरकशां के आस-पास स्थित घरों और अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों को नोटिस जारी कर कहा था कि वे अपने-अपने घरों को स्वेच्छा से खाली कर स्थिति बेहतर होने तक कराची के अंदरूनी इलाकों में चले जाएं. डीएचए ने कहा कि चक्रवात के कारण बाढ़, भारी बारिश और तेज हवाओं के खतरे को देखते हुए एहतियाती उपाय जरूरी हैं.