रणघोष अपडेट. विश्वभर से
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश के सर्वोच्च राजकीय सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ़ द नाइल’ पुरस्कार से सम्मानित किया। इससे पहले अल-सिसी ने मिस्र की दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर आए मोदी का राष्ट्रपति भवन में स्वागत किया। मोदी ने रविवार को काहिरा में 11वीं सदी की ऐतिहासिक अल-हकीम मस्जिद का भी दौरा किया, जिसे भारत के दाऊदी बोहरा समुदाय की मदद से बहाल किया गया था। मिस्र की राजधानी काहिरा के बीच में क़रीब 1,000 साल पुरानी इमारत इमाम अल-हकीम बी अम्र अल्लाह मस्जिद में प्रधानमंत्री मोदी मस्जिद की दीवारों और दरवाजों पर नक्काशीदार शिलालेखों की सराहना करते दिखे। 13,560 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैली इस मस्जिद का पुनर्निर्माण भारत के दाऊदी बोहरा समुदाय की मदद से किया गया था। उन्होंने 1970 के बाद से मस्जिद का जीर्णोद्धार किया और तब से इसका रखरखाव कर रहे हैं। बाद में प्रधानमंत्री ने काहिरा के हेलियोपोलिस राष्ट्रमंडल युद्ध कब्रिस्तान में मिस्र और फिलिस्तीन में प्रथम विश्व युद्ध लड़ने वाले भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। यह 26 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की मिश्र की पहली द्विपक्षीय यात्रा है। अल-सिसी का सितंबर में जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत की यात्रा करने का भी कार्यक्रम है जहां मिस्र को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। पीएम मोदी ने राष्ट्रपति से बातचीत की। उन्होंने व्यापार और निवेश, ऊर्जा संबंधों और लोगों से लोगों के जुड़ाव में सुधार पर ध्यान देने के साथ दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मज़बूत करने के तरीक़ों पर चर्चा की।