पूर्व मंत्री कप्तान अजय सिंह यादव ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने धरने पर बैठे किसानों को परेशान करने वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज करने को कहा तो एस पी ने कहा कि पुलिस उन पर भी एफ आई दर्ज कर देगी। यादव ने कहा कि मेरी जिला एस पी को चुनौती है कि वो मुझ पर एफ आई आर कर के दिखाए। कैप्टेन ने कहा कि हम अत्याचार होता नही देख सकते। जो गलत होगा उसको गलत कहा जाएगा और जो सही है उसको सही कहा जाएगा। उन्होंने कहा कि मसानी के पास नेशनल हाईवे पर धरने पर बैठे किसानों को पुलिस और भाजपा के कार्यकर्ताओं द्वारा डरा धमाकर भगाने का आरोप लगाया है। अजय सिंह यादव ने कहा कि यहां से किसान दिल्ली जा रहे थे, उस समय पुलिस द्वारा किसानों को यहां रोका गया और आसूं गैस के गोले व लाठी चार्ज किया। जिसके चलते किसान यहीं धरने पर बैठ गए वहीं पर अब पुलिस और भाजपा के कार्यकर्ता जाकर बोल रहे हैं कि यहां क्यों बैठे हो। यह दौगली चाल समझ से परे है। कप्तान ने केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह सब यहां के सांसद इंद्रजीत सिंह के कहने पर हो रहा है। यहां पर किसानों को भगाना भी उनकी ही चाल है। यहां पर आए हुए किसानों और बाहर के आए हुए मेहमानों को चंद लोगों द्वारा डराना व उनकी बेईज्जी करना बडा ही निंदनीय है। जिसकी मैं कडी शब्दों में निंदा करता हूं। किसान भाई आज गरीब, मजदूर और आम आदमी की लडाई लड रहा है। शांति पूर्वक धरना दे रहे किसानों को इस तरह से भगाना बहूत ही गलत है। कल लाल किले पर जो हुआ उस पर श्री यादव ने कहा कि हिंसा किसी भी चीज का समाधान नही है। लेकिन भाजपा ने किसानों और जवानों को आपस में ही भिड़ा दिया है। यादव ने कहा कि कुछ समय पहले ही देश की धरोहर लाल किले को भाजपा सरकार द्वारा नीजि लोगों के हाथ में दिया था। क्या उस समय लाल किला देश की धरोहर नही था। आखिर लाल किले को निजी लोगों के हाथों में क्यों दिया गया था।