बागी हारे, मंत्री हारे, नेता पुत्रों ने फिर मारी बाजी, कर्नाटक की हाईप्रोफाइल सीटों पर चौंकाने वाला जनादेश

कर्नाटक विधानसभा चुनावों में 224 सीटों के लिए काउंटिंग जारी है. हालांकि, कांग्रेस को यहां पूर्ण बहुमत मिलता नजर आ रहा है. राज्य की हाईप्रोफाइल सीटों के नतीजे सामने आ चुके हैं, जहां कई दिग्गज नेताओं ने जीत दर्ज की, तो कुछ को हार का सामना करना पड़ा है. खास बात है कि इनमें कर्नाटक कांग्रेस और बीजेपी के कई कद्दावर नेता शामिल हैं.

राज्य के मौजूदा सीएम बसवराज बोम्मई और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अपनी-अपनी सीटों पर जीत दर्ज की. इसके अलावा डी के शिवकुमार, बीएस येदियुरप्पा के बेटे, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे ने भी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की है. आइये आपको बताते हैं कर्नाटक की हाईप्रोफाइल सीटों के चुनाव परिणाम…

सीएम और पूर्व सीएम की जीत
शिग्गांव कर्नाटक की सबसे हाई प्रोफाइल सीट है, यहां से मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने जीत हासिल कि. उनके खिलाफ कांग्रेस ने यासिर अहमद खान पठान उतारा था. शिग्गांव विघानसभा निर्वाचन क्षेत्र से बोम्मई लगातार 4 बार से जीतते आ रहे हैं. खास बात है कि 8 बार इस सीट पर कांग्रेस को जीत मिली है लेकिन कांग्रेस को आखिरी बार यहां से 1994 में जीत नसीब हुई थी.

राज्य की वरुणा विधानसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने जीत दर्ज की. कांग्रेस के कद्दावर नेता के खिलाफ बीजेपी ने कर्नाटक सरकार के मंत्री वी. सोमन्ना को उतारा था. 2008 में परिसीमन के बाद यह सीट अस्तित्व में आई थी. 2008 और 2013 में यहां से कांग्रेस के सिद्धारमैया जीते. 2018 में सिद्धारमैया के बेटे यतीन्द्र एस ने इस सीट पर कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल की थी.

कर्नाटक में कांग्रेस के कद्दावर नेता और सीएम पद के उम्मीदवार डीके शिवकुमार ने कनकपुरा सीट पर जीत का परचम लहराया. शिवकुमार के खिलाफ बीजेपी ने राजस्व मंत्री आर अशोक को मैदान में उतारा था लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा. शिवकुमार इस सीट पर 2023 के अलावा 2008, 2013 और 2018 में भी जीत दर्ज कर चुके हैं. कनकपुरा सीट पर हुए पिछले 14 चुनावों में से छह बार कांग्रेस को जीत मिली है.

जगदीश शेट्टार को महंगी पड़ी बीजेपी से बगावत!
चुनाव से पहले बगावत करके बीजेपी से कांग्रेस में शामिल हुए जगदीश शेट्टार को हुबली धारवाड़ सेंट्रल सीट पर हार का सामना करना पड़ा. इस सीट पर दिग्गज लिंगाायत नेता जगदीश शेट्टार को कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार बनाया था. दरअसल इस सीट से बीजेपी ने उन्हें टिकट नहीं गदिया था इस बात से नाराज होकर शेट्टार ने पार्टी छोड़ दी थी. खास बात है कि जगदीश शेट्टार हुबली-धारवाड़ सेंट्रल से 6 बार विधायक रहे लेकिन इस बार उन्हें अपने ही निर्वाचन क्षेत्र से हार का सामना करना पड़ा. बीजेपी ने इस सीट से महेश तेंगिनाकाई को चुनावी मैदान में उतारा था.

बीजेपी सरकार के स्पीकर और मंत्री भी चुनाव हारे
न्यूज एजेंसी पीटीआई के बताया कि कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता विश्वेश्वर हेगड़े को कागेरी सिरसी सीट पर कांग्रेस के भीमन्ना नाइक से 8,712 मतों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा.

कर्नाटक सरकार में मंत्री रहे जे सी मदुस्वामी चिक्कानायकनहल्ली विधानसभा सीट से जेडीएस के सीबी सुरेश बाबू से 10,042 मतों से हार गए हैं.

चामुंडेश्वरी सीट से जेडी(एस) नेता जीटी देवेगौड़ा ने जीत हासिल कर ली है. खास बात है कि 2018 के कर्नाटक विधानसभा चुनावों में देवेगौड़ा ने इस सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता सिद्धारमैया को हराया था. पिछली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे भाजपा नेता के सुधाकर कांग्रेस उम्मीदवार प्रदीप ईश्वरिन चिक्काबल्लापुर सीट से 10,642 वोटों से हार गए हैं.

वरिष्ठ नेताओं के बेटों की जीत
शिकारीपुर विधानसभा सीट से बीजेपी नेता और पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा के बेटे बीवाई विजयेंद्र ने चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. बीएसयेदियुरप्पा यहां से 8 बार विधायक चुने जा चुके हैं. 1983 से ही यह सीट येदियुरप्पा का गढ़ रही है.

चित्तपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे चुनाव लड़े और विजयी हुए. 2013 में भी प्रियांक यहां से जीते थे.

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