भारत के साथ आया बाइडेन प्रशासन, शपथ से पहले ही चीन-पाकिस्‍तान को सख्‍त चेतावनी

अमेरिका में सत्‍ता बदलाव से बड़ी उम्‍मीदें पाले चीन और पाकिस्‍तान को करारा झटका लगा है। अमेरिका में शपथ ग्रहण करने जा रहे जो बाइडेन प्रशासन ने साफ कर दिया है कि लद्दाख में भारतीय जमीन पर नजरें गड़ाए बैठे चीन के खिलाफ अमेरिकी सख्‍ती ट्रंप प्रशासन की तरह से ही जारी रहेगी। वहीं कश्‍मीरी आतंकवादियों को पालने वाले पाकिस्‍तान को भी बाइडेन प्रशासन ने लश्‍कर-ए-तैयबा और अन्‍य भारत विरोधी आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए आगाह किया है।अमेरिका के भावी रक्षा मंत्री जनरल (अवकाश प्राप्त) लॉयड ऑस्टिन ने कहा है कि चीन पहले ही ‘क्षेत्रीय प्रभुत्वकारी शक्ति’ बन चुका है और अब उसका लक्ष्य ‘नियंत्रणकारी विश्वशक्ति’ बनने का है। उन्होंने क्षेत्र और दुनिया भर में चीन के ‘डराने-धमकाने वाले व्यवहार’ का उल्लेख करते हुए अमेरिकी सांसदों से ये बातें कहीं। ऑस्टिन ने कहा, ‘वह (चीन) पहले ही क्षेत्रीय प्रभुत्वकारी ताकत है और मेरा मानना है कि उनका अब लक्ष्य नियंत्रणकारी विश्व शक्ति बनने का है। वह हमसे विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धा करने के लिए काम कर रहे हैं और उनके प्रयास नाकाम करने के लिए पूरी सरकार को एक साथ मिल कर विश्वसनीय तरीके से काम करने की जरूरत होगी।’ऑस्टिन ने कहा, ‘हम चीन या किसी भी आक्रामक के समक्ष पुख्ता प्रतिरोधी क्षमता पेश करना जारी रखेंगे। उन्हें बताएंगे कि यह (आक्रामकता) सचमुच एक बुरा विचार है।’ चीन के बारे में ऑस्टिन ने कहा कि चीन मौजूदा समय में प्रभावी खतरा है क्योंकि वह उभार पर है जबकि रूस खतरा है लेकिन वह उतार पर है। उधर, अमेरिका के भावी विदेश मंत्री एंथोनी ब्लिंकेन ने चीन को अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरे के तौर पर पहचान करते और चिंता व्यक्त की। ब्लिंकेन ने कहा कि अमेरिका को इस चुनौती का सामना ‘मजबूती की स्थिति से करना चाहिए न कि कमजोरी की स्थिति से।’ सीनेट की विदेश मामलों की समिति में अपनी नियुक्ति की पुष्टि के लिए हुई सुनवाई में ब्लिंकेन ने कहा, ‘जब हम चीन को देखते हैं तो इसमें कोई शक नहीं है कि एक राष्ट्र के तौर पर वह हमारे हितों, अमेरिकी लोगों के हितों के लिए सबसे अधिक चुनौती पेश कर रहा है।जनरल ऑस्टिन ने पाकिस्‍तान को भी भारत विरोधी आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए इशारों ही इशारों में चेतावनी दी। अमेरिका के भावी रक्षा मंत्री ने कहा कि पाकिस्‍तान ने अफगानिस्‍तान में शांति प्रक्रिया में सकारात्‍मक योगदान दिया है। पाकिस्‍तान ने भारत विरोधी आतंकवादी गुटों लश्‍कर और जैश-ए-मोहम्‍मद के खिलाफ कदम उठाए हैं लेकिन ये अधूरे हैं। ऑस्टिन ने कहा, ‘मैं अपने कार्यकाल के दौरान पाकिस्‍तान पर दबाव डालूंगा कि वह अपनी जमीन का इस्‍तेमाल आतंकवादियों के शरणस्‍थली के रूप में न होने दे।’

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