एयर इंडिया की फ्लाइट में महिला सहयात्री पर पेशाब करने वाले शख्स शंकर मिश्रा को पुलिस ने बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया है। शंकर मिश्रा ने 26 नवंबर को न्यूयॉर्क से नई दिल्ली आ रही फ्लाइट में बिजनेस क्लास में सफर के दौरान महिला सहयात्री के साथ यह बदसलूकी की थी। महिला सहयात्री की उम्र 70 साल है। इस मामले को लेकर पिछले 1 हफ्ते से सोशल मीडिया पर लगातार चर्चा हो रही है। दिल्ली पुलिस ने शंकर मिश्रा के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर नोटिस जारी किया था और उसकी लगातार तलाश की जा रही थी। शंकर मिश्रा मुंबई का रहने वाला है। दिल्ली पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए कुछ टीमें मुंबई भी भेजी थी और उसकी धरपकड़ की कोशिश की जा रही थी। आखिरकार पुलिस ने उसे बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया और उसे दिल्ली लाया जा चुका है। अब दिल्ली पुलिस उससे पूछताछ करेगी। शंकर मिश्रा को उसकी कंपनी वेल्स फ़ार्गो ने नौकरी से निकाल दिया है। वेल्स फ़ार्गो ने कहा है कि मिश्रा के खिलाफ लगे आरोप बेहद परेशान करने वाले हैं। मिश्रा वेल्स फ़ार्गो कंपनी में इंडिया चैप्टर के वाइस प्रेसीडेंट के पद पर काम कर रहा था। इस कंपनी का मुख्यालय कैलिफोर्निया में है। मामले के आगे बढ़ने के बाद एयर इंडिया ने शंकर मिश्रा के विमान में उड़ने पर 30 दिनों का प्रतिबंध लगा दिया था। खबरों के मुताबिक, शंकर मिश्रा ने महिला से यात्री पर पेशाब करने के लिए माफी मांगी थी और उनसे गुहार लगाई थी कि वह इसकी जानकारी पुलिस में ना दें। शंकर मिश्रा के वकील ने दावा किया था कि मिश्रा ने महिला के द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद उन्हें 15000 रुपए मुआवजे के तौर पर दिए थे लेकिन महिला सहयात्री की बेटी ने इस रकम को वापस लौटा दिया था। पीड़ित महिला ने एफआईआर में बताया था कि इस घटना के बाद जब मिश्रा को उनके सामने लाया गया तो उसने रोना शुरू कर दिया और माफी मांगने लगा। महिला ने कहा था कि एयर इंडिया के क्रू का बर्ताव पूरी तरह अनप्रोफेशनल था।
केबिन क्रू को नोटिस
इस संबंध में आईपीसी की कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एयर इंडिया के अफसरों और केबिन क्रू को नोटिस जारी किया था। डीजीसीए ने पूछा था कि इस घटना में उनके द्वारा की गई लापरवाही के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए। डीजीसीए ने कहा था कि एयर इंडिया के स्टाफ का यह बर्ताव अनप्रोफेशनल था।