राजकीय माध्यमिक विद्यालय धोलेड़ा से मौलिक मुख्याध्यापक घनश्याम शुक्ला अपना सेवाकाल पूरा कर सेवानिवृत्त हुए। स्कूल में हुए सेवानिवृति कार्यक्रम में विद्यालय स्टाफ द्वारा उन्हें उपहार भेंट कर सम्मान की पगड़ी पहनाकर विदा किया। मुख्याध्यापक घनश्याम शुक्ला के सुपुत्र डॉ मनोज कुमार शुक्ला ने अपने निवास स्थान नारनौल में अशोक प्लाजा में अपने पिता के स्वागत प्रीति भोज का आयोजन किया गया। अशोक प्लाजा में हुए कार्यक्रम में सेवानिवृत्त हुए घनश्याम शर्मा को मित्रो, रिश्तेदारों और शिक्षा जगत से जुड़ी हस्तियों ने उन्हें उपहार भेंट किये और उनके दीर्घायु होने व सुखद भविष्य की कामना की। भूपसिंह भारती ने बताया कि घनश्याम शुक्ला ने शिक्षा जगत में सर्वप्रथम 18 मार्च सन 1994 में रा व मा विद्यालय खेड़ला गुरुग्राम में एस एस मास्टर के रूप में कार्य ग्रहण किया। शिक्षा जगत में अपने 27 वर्ष के कार्यकाल में वो अटेली, सैदपुर, भूंगारका, पटीकरा और धोलेड़ा के स्कूलों में अपनी सेवाएं दी। भूपसिंह भारती ने कहा कि एक शिक्षक कभी रिटायर नहीं होता, वह अपने आदर्शों से सदा समाज को दिशा देता रहता है। सभी वक्ताओं ने मुख्याध्यापक घनश्याम शुक्ला को एक सच्चा, ईमानदार, कर्तव्यपरायण और अनुशासनप्रिय बताते हुए उनके सुखी जीवन की कामना की। इस अवसर पर खण्ड शिक्षा अधिकारी सुभाष चंद्र सांभरिया, प्राचार्य अश्विनी कुमार, हरिकिशन, गुगन सिंह, रामगोपाल वर्मा, सतीश तंवर, बीना आनन्द गोठवाल, इंदु यादव, डॉ लालचंद, विक्रम सिंह, अशोक कुमार, राजेश कुमार, राजेन्द्र और सुभाष आदि मौजद रहे।