राजस्थान में इन दिनों पड़ रही जबर्दस्त सर्दी ने लोगों की दिनचर्या अस्त-व्यस्त कर दी है. हाड़ कंपा देने वाली सर्दी में न केवल आम आदमी थर्र-थर्र नहीं कांप रहा है बल्कि अब तो रेलवे ट्रैक की लोहे की पटरियां भी सिकुड़ने लगी है. पटरियां सिकुड़ने से उनमें गैप आ जाता है और इससे हादसा होने की संभावना बढ़ जाती है. इस बार चूरू जिले के पटरियां सिकुड़ने का मामला रतनगढ़ में सामने आया है. यहां पटरियां सिकुड़ जाने के कारण उनमें 10 एमएम का गैप आ गया.
चूरू जिले के भौगोलिक हालात के कारणा यहां सर्दी और गर्मी दोनों ही चरम तक पहुंच जाती हैं. मई जून की गर्मियों में जहां यहां का तापमान 50 डिग्री को पार कर जाता है. वहीं सर्दियों में यह गोता लगाकर मानइस से भी नीचे जा टिकता है. कई बार माइनस दो-तीन तक भी पहुंच जाता है. हालांकि इस बार अभी तक पारा माइनस में नहीं गया है लेकिन फिर भी कड़ाके की सर्दी ने लोगों की हालत खराब करके रख दी है.
जानकारी के अनुसार रेलवे पटरियां सिकुड़ने का मामला चूरू जिले के रतनगढ़ में जीआरपी थाने के सामने स्थित मुख्य रेलवे लाइन में सामने आया है. रेलवे प्रबंधन के अनुसार रतनगढ़ जंक्शन पर स्थित इस मुख्य लाइन से अधिकांशत माल गाड़ियां गुजरती हैं. इसकी वजह से इस पर ट्रेनों का भार ज्यादा रहता है. इलाके में पड़ रही भीषण सर्दी के कारण वहां पटरी सिकुड़ गई और इसमें करीब दो इंच का गैप आ गया.
ट्रेन पटरियों से नीचे उतर सकती है और बड़ा हादसा हो सकता है
इस तरह के हालात में ट्रेन पटरियों से नीचे उतर सकती है और बड़ा हादसा हो सकता है. रेलवे प्रशासन को शनिवार को पटरियों की पेट्रोलिंग के दौरान जब इसका पता चला तो पटरी के दुरुस्तीकरण का कार्य शुरू कर दिया गया. इस दौरान इस ट्रेक से गुजरने वाली ट्रेनों की गति को काफी धीमा कर दिया गया था. इसके साथ ही अन्य पटरियों की जांच का कार्य भी रेलवे प्रशासन ने शुरू कर दिया है.