रेवाडी के ब्लैक फंगस रोगियों के ईलाज के लिए वर्ल्ड कॉलेज ऑफ मेडिकल साईंस और एसजीटी मेडिकल कॉलेज चंदू बुढेड़ा अधिकृत

रोगी पाए जाने पर अस्पताल के लिए उसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को देना किया गया है अनिवार्य


रेवाडी में अब तक ब्लैक फंगस के मिले 18 संदिग्ध केस, सभी को ईलाज के लिए अधिकृत मेडिकल कॉलेज में किया रेफर


म्युकोरमाइकोसिस अर्थात ब्लैक फंगस नामक बीमारी के इलाज के लिए राज्य सरकार ने प्रदेश में स्थित सभी मेडिकल कालेजों को अधिकृत किया है और इसके इलाज के लिए आवश्यक इंजेक्शन एम्फोटेरीसिन-बी प्राप्त करने के लिए प्रक्रिया निर्धारित की है। अब इस बीमारी का रोगी प्रदेश के किसी भी मेडिकल कॉलेज में अपना इलाज करवा सकता है।  उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने बताया कि जिला रेवाडी में अब तक ब्लैक फंगस के मिले 18 संदिग्ध मरीजों को अधिकृत स्वास्थ्य संस्थानों में ईलाज के लिए रेफर किया जा चुका है, जहां पर उनका उपचार किया जा रहा है। इनमें आज आए दो नए संदिग्ध केस भी शामिल है। डीसी ने बताया कि इन संदिग्ध मरीजों को अधिकृत पीजीआई रोहतक, वर्ल्ड कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च झज्जर व एसजीटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल बुढ़ेडा गुरुग्राम में भेजा गया है। डीसी ने बताया कि पीजीआई रोहतक सहित राज्य के सभी चिकित्सा महाविद्यालयों को ब्लैक फंगस बीमारी के इलाज के लिए अधिकृत किया गया है। उन्होंने बताया कि रोहतक, जींद, महेन्द्रगढ़ व चरखी दादरी जिलों के ‘ब्लैक फंगस’ बीमारी से पीडि़त लोगों के इलाज के लिए पंडित भगवत दयाल शर्मा स्नातकोत्तर संस्थान, चिकित्सा विज्ञान, रोहतक को अधिकृत किया गया है। इसी प्रकार, पलवल के हथीन उपमंडल, नूहं तथा गुरुग्राम जिलों के लिए शहीद हसन खान मेवाती राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय नल्हड़ नूहं को और सोनीपत व पानीपत जिलों के लिए भगत फूल सिंह राजकीय महिला चिकित्सा महाविद्यालय, खानपुर कलां, सोनीपत को अधिकृत किया गया है। हिसार, सिरसा, फतेहाबाद व भिवानी जिलों के लिए महाराजा अग्रसेन चिकित्सा महाविद्यालय अग्रोहा हिसार को और करनाल, कैथल, कुरुक्षेत्र व यमुनानगर जिलों के लिए कल्पना चावला राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, करनाल को अधिकृत किया गया है। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार वर्ल्ड कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च झज्जर को रेवाड़ी व झज्जर जिलों के लिए और आदेश चिकित्सा विज्ञान संस्थान शाहबाद, कुरुक्षेत्र को अम्बाला व कुरुक्षेत्र जिलों के लिए अधिकृत किया गया है। महर्षि मार्कंडेश्वर मेडिकल साइंस एंड रिसर्च संस्थान मुलाना, अम्बाला को पंचकूला व अम्बाला जिलों के लिए और ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल, फरीदाबाद को फरीदाबाद जिले के लिए तथा अल-फ्लाह स्कूल ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च, धौज टिकरी खेड़ा, फरीदाबाद को पलवल, नूहं व फरीदाबाद जिलों के लिए अधिकृत किया गया है। एसजीटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल बुढ़ेडा गुरुग्राम को रेवाड़ी, नूहं व गुरुग्राम जिलों के लिए अधिकृत किया गया है जबकि पानीपत व सोनीपत जिलों के लिए खानपुर कलां के अलावा एन.सी.मेडिकल कॉलेज इसराना, पानीपत को भी अधिकृत किया गया है।    डीसी ने बताया कि ‘ब्लैक फंगस’ के लक्षण से पीडि़त व्यक्ति ई मेल  amphobharyana@gmail.com   पर निर्धारित प्राफार्मा भर कर डॉक्टर के हस्ताक्षर उपरांत इंजेक्शन एम्फोटेरिसिन-बी प्राप्त कर सकते हैं जो इस बीमारी के इलाज के लिए कारगर है। इसके अलावा, अधिक जानकारी के लिए  http://haryanahealth.nic.in/defaultnew.thml  पर लॉग इन किया जा सकता है।

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