आज मानव अपने जीवन में केवल और केवल साधनों व सुविधाओं को मुहैया करवाने के पीछे दौड रहा है। लेकिन वह यह भूलता जा रहा है कि वास्तविक शांति व खुशी ही इस जीवन का मूल ध्येय होना चाहिए न कि स्वार्थों की अंधी दौड़ में शामिल होने के लिए उस परमात्मा ने हमें इस धरा पर भेजा है। मानव को श्रेष्ठ जीव इसलिए ही इस प्रकृति ने चुना है क्योंकि उसमें ही वह सामर्थ्य है जो कि सर्व जीव कल्याण के मार्ग को अपनी सोच व कार्यों से प्रशस्त कर सकती है। यह बात जैन समाधि स्थल गुरु मंदिर में उपस्थित श्रद्धालुओं को प्रवचन के दौरान उप प्रवर्तक महाश्रमण पंडित रतन आनंद मुनि जी महाराज प्रवचन दिवाकर दीपेश मुनि ने कहीं आज समाधि स्थल पर आचार्य श्री खुशहाल चंद जी महाराज की दीक्षा जयंती व उत्तर भारत प्रवर्तक श्री सुमन मुनि जी महाराज की जन्म जयंती के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन किया गया चरखी दादरी धरा हुई पावन लगभग 2 महीने से अनेक जैन साधु साध्वीओं का चरखी दादरी में आना जाना लगा हुआ है जिससे जैन समाज में एक खुशी की लहर है इसी कड़ी में यहां पर विराजित उपप्रवर्तक महाश्रमण पंडित रतन आनंद मुनि जी महाराज साहब प्रवचन दिवाकर दीपेश मुनि जी महाराज श्रमण गौरी महा साध्वी शक्ति प्रभा जी महाराज साहब अक्षिता जी रक्षिता जी महाराज साहब धर्म मुनि की आज्ञाअनुवर्ती अर्पण प्रज्ञा जी ठाणे_9 चरखी दादरी में सभी साधु साध्वी सुख साता से विराजमान है साधु साध्वीयो का ऐसा संगम हमें कभी कभी देखने को मिलता है प्रवचन दीपाकर दीपेश मुनि ने बताया कि आगामी 21 फरवरी से 28 फरवरी तक पूज्य गुरुदेव आनंद मुनि महाराज साहब का 57 वां संयम प्रवेश दिवस बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाएगा इन 7 दिनों में अनेक धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा 25 फरवरी को ब्लड कैंप लगाया जाएगा जैन स्थानक चरखी दादरी में 28 फरवरी को गुरु संयम गुणगान दिवस बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाएगा