सहकारिता विभाग में 8 करोड़ 80 लाख की अनियमिताएं,100 करोड़ झूठ का पुलिंदा

रणघोष अपडेट. चंडीगढ़. बावल
सहकारिता विभाग में 100 करोड़ रुपए घोटाले की गूंज बुधवार को विधानसभा सदन में गूंजी तो सरकार एवं उनके मंत्री विपक्षी दलों के नेताओं पर आक्रमक नजर आए। सदन में कांग्रेस विधायक चिरंजीव राव इस घोटाले पर कहा कि यह 500 करोड़ रुपए से ज्यादा का भी हो सकता है। इस पर राज्य के सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारीलाल ने कहा कि 1992 से लेकर 2022 तक केवल 328 करोड़ आई है जिसमें 2014 से 2022 तक यह राशि 131 करोड़ रुपए आईं। ऐसे में 500 करोड़ का घोटाला कैसे हो गया। जब किसी भी मसले की ठोस जानकारी नहीं है तो उसे इस तरह से पेश नहीं करना चाहिए। विपक्ष जिस तरह 100 करोड़ का घोटाला बता रहा है वह महज 8 करोड़ 80 लाख रुपए की अनियमिताएं हैं जिसकी जांच पर सरकार ने स्वयं संज्ञान लिया है। दोषी अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है। 4 को नौकरी से बर्खास्त किया जा चुका है। 9 अधिकारी निलंबित हो चुके हैं और उनकी प्रोपर्टी अटैच हो चुकी है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने इस विभाग में इस बजट को लेकर कोई ऑडिट नहीं कराईं। हमारी सरकारी ने सरकारी कार्यों में पूरी तरह से पारदर्शिता रखते हुए पहली बार विभाग में समितियों की ऑडिट कराई जिसके आधार पर यह अनियमिताए सामने आई हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष अपना अस्तित्व खो चुका है। इसलिए बौखला कर मीडिया में गलत तरह की बयान बाजी कर रहा है।