हरियाणा में चुनाव का रणघोष रेवाड़ी की जमीन से

 एम्स के बहाने हरियाणा भाजपा का चैकअप करेंगे पीएम मोदी


 -देखना यह है कि किस नेता की रिपोर्ट नार्मल आती है किसे डोज की जरूरत है।


  रणघोष खास. प्रदीप हरीश नारायण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2024 के लोकसभा चुनाव का रणघोष करने के लिए रेवाड़ी की जमीन पर एक बार फिर शंखनाद करने आ रहे हैं। 16 फरवरी को 8 साल पुरानी एम्स माजरा की मांग अब जमीन पर उतरने जा रही है। पीएम मोदी का आना सीधे तौर पर हरियाणा की राजनीति में भाजपा के गणित को समझना ओर जानना है। उनके भाषण से निकले एक एक शब्द यह यह साबित कर देंगे कि इस प्रदेश की 10 सीटों पर क्या उठक पटक होने जा रही हैं। यहां बताना जरूरी है कि मंच पर भाजपा नेता या जिम्मेदार पदाधिकारी जो बोलता है, इशारा करता है वैसा हकीकत में होता नहीं है। यही इस पार्टी का मिजाज बन चुका है कि वह ऐन वक्त पर क्या कर जाए इसकी भनक एक से दूसरे कान तक को नहीं होती।

इतना जरूर है कि पीएम मोदी के आने से दक्षिण हरियाणा की राजनीति का चेहरा साफ हो जाएगा। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह अपने समर्थकों के दम पर भीड़ जुटाने में लगे हुए हैं। राव की जमीनी ताकत से ही भाजपा में उनके कद का पैमाना तय होगा। 9 साल पहले तक भाजपा को जमीनी ओर हैसियत वाले नेताओं की अच्छी खासी जरूरत थी। अब हालात एकदम बदल चुके हैं। अब नेताओं को भाजपा में आने व बने रहने के लिए रास्ता तलाश करना पड़ रहा है। इस रैली में पीएम मोदी अपने शब्दों से, अंदाज से मंच पर बैठे किस नेता पर मेहरबानी बरसाते हैँ। इस पर सभी की नजरे रहेगी। एम्स को लेकर पीएम मोदी  मनोहरलाल सरकार को पूरी तरह से श्रेय देते हैँ तो समझ जाइए राव इंद्रजीत की भाजपा में तबीयत ठीक रहने वाली नहीं है।  पीएम ने अगर परिवारवाद की राजनीति पर कटाक्ष कर दिया तो यह भी मान लिया जाएगा की राव को भाजपा में अपनी बेटी को स्थापित करने के लिए खुद का त्याग करने के लिए अभी से मानसिक तौर पर तैयार हो जाना चाहिए। अगर मोदी इन बातों का जिक्र नहीं करते हैं ओर राव को अपने करीब बुलाकर पीठ थपथपाते हैं तो यह मान लिया जाएगा गुंजाइश ने अपनी जगह नहीं छोड़ी है। मंच पर केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव व केंद्रीय संसदीय बोर्ड सदस्या डॉ. सुधा यादव की मौजूदगी जातिगत समीकरण के आधार पर एक तरह से राव इंद्रजीत सिंह के मन को टटोलती रहेगी। राव दक्षिण हरियाणा में अकेले ऐसे नेता है जिसके कदम जमीन पर मजबूत है तो अलग अलग वजहों से संगठन में डगमगाते रहे हैं। इसलिए उन्होंने जिसे भी अपना विरोधी माना।  प्रदेश हाईकमान उसे सम्मान देती नजर आईं। कुल मिलाकर पीएम मोदी एम्स के बहाने हरियाणा में भाजपा का चैकअप भी करने आ रहे हैं। अब देखना यह है कि किस नेता की रिपोर्ट नार्मल आती है किसे डोज की जरूरत है।

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