हरियाणा राजनीति से जुड़ी खबर जरूर पड़े…. किसानों व खापों के दबाव में कहीं जजपा को गठबंधन से नाता तोड़ना तो नहीं पड़ेगा? पार्टी के भविष्य को लेकर जेजेपी तनाव में

हरियाणा में जिस तरह से किसान आंदोलन को लेकर सरकार खास तौर पर किसानी पार्टी कहलाने वाली जेजेपी पर किसान नेताओं खापों का गठबंधन से अलग होने का दबाव बढ़ रहा है। उसको देख कर माना जा रहा है कि कहीं दुष्यंत चौटाला को अपनी भविष्य की राजनीति को बचाने के लिए गठबंधन का पल्ला छोड़ना ना पड़ जाए। किसान आंदोलन को हरियाणा में बीजेपी के सहयोगी दल जेजेपी विधायकों द्वारा समर्थन दिए जाने के बाद यह अटकलें लगाई जा रही है कि जल्द से जल्द उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला द्वारा समर्थन वापस लिया जा सकता है।वहीं दूसरी ओर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर सिंह खट्टर ने कहा है कि बीजेपी और जेजेपी का गठबंधन बहुत मजबूत है। जेजेपी के कुछ विधायकों का किसानों के विरोध प्रदर्शन का खुलकर समर्थन करने के बावजूद भी कोई समस्या नहीं है।

 केंद्र द्वारा दिया गया लिखित आश्वासन

वहीं सरकार से हटने के लिए विपक्ष और हरियाणा के कुछ किसानों की ओर से दबाव का सामना कर रहे दुष्यंत चौटाला ने कहा कि अगर न्यूनतम समर्थन मूल्य की व्यवस्था को खतरा है तो वह इस्तीफा जरूर देंगे।हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत सिंह चौटाला ने उम्मीद जताई है कि जल्दी किसान अपना आंदोलन समाप्त कर देंगे। क्योंकि सरकार ने एमएसपी और अन्य मांगों पर लिखित में आश्वासन दिया है। जेजेपी के नेता ने कहा कि उन्हें आशा है कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान समझेंगे कि जब केंद्र ने लिखित में आश्वासन दिया है तो उनके संघर्ष की जीत हुई है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि जल्द ही किसान केंद्र के साथ सुलह पर पहुंचेंगे। उन्होंने संवाददाताओं से कहा है जब लिखित में केंद्र द्वारा आश्वासन दिया गया है तुम मुझे नहीं लगता कि इस मुद्दे को ज्यादा आगे ले जाने की कोई जरूरत है।

   न्यूनतम समर्थन मूल्य बरकरार रहने पर देंगे इस्तीफा—

चौटाला ने कहा कि वह किसानों के मुद्दे को लेकर केंद्र के साथ संपर्क में है।उनकी पार्टी ने कुछ सुझाव भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि हमें यह उम्मीद है कि बहुत जल्द यह गतिरोध खत्म होगा। राज्य में भाजपा नेतृत्व वाली सरकार से हटने के लिए विपक्ष और हरियाणा के कुछ किसानों की ओर से दबाव का सामना कर रहे चौटाला ने कहा कि अगर न्यूनतम समर्थन मूल्य की व्यवस्था को खतरा होगा तो ही वह इस्तीफा देंगे।

उपमुख्यमंत्री ने अपने दादा और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री का हवाला देते हुए कहा कि चौधरी देवी लाल द्वारा कहा जाता था कि सरकार किसानों की बात तक सुनती है जब सरकार में उनकी हिस्सेदारी होती है. हम और हमारी पार्टी किसानों की चिंताओं को सरकार के सामने रख रहे हैं। उनकी अपनी ही पार्टी के विधायकों द्वारा प्रदर्शनकारी किसानों का समर्थन करने के बारे में पूछे जाने पर चौटाला ने कहा कि मैं सबसे पहले किसान हूं, क्या में इस बात से इंकार कर सकता हूं।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जाने क्या कहा

मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि हमारा गठबंधन मजबूत है. कहीं से भी किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है. पिछले 1 साल में हमने जो काम किया है,उसे अगले 4 साल में विकास कार्यों में तेजी आएगी। राज्य मंत्रिमंडल के अनौपचारिक बैठक करने के बाद खट्टर से जेजेपी विधायकों द्वारा किसानों के विरोध प्रदर्शन को समर्थन देने के बारे में पूछा गया।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *