परीक्षाओं खासकर बोर्ड परीक्षाओं को लेकर शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ तीन चरणों में छात्रों, शिक्षकों एवं अभिभावकों से बातचीत करेंगे। यह बातचीत सोशल मीडिया के जरिए होगी और अलग-अलग तिथियों पर होगी। इसके बाद परीक्षाओं को लेकर निर्णय किया जाएगा और प्राप्त सुझावों को भी समाहित किया जाएगा। मंत्रालय की तरफ से एक बयान जारी कर यह जानकारी दी गई है।
शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि कोरोना काल में जहां शिक्षण का कार्य पूरी तरह से ऑनलाइन हो रहा है। ऐसे में परीक्षाओं का आयोजन एक बड़ी चुनौती है। मंत्रालय ने कहा कि छात्रों के बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने के लिए परीक्षाओं का आयोजन बेहद जरूरी है।
बयान में कहा गया है कि कोविड महामारी के बीच समय पर परीक्षाओं को लेकर सरकार ने नई पहल की है। शिक्षामंत्री निशंक ने इसके लिए त्रिस्तरीय वर्चुअल संवाद करने का फैसला किया है। इसकी सूचना शिक्षा मंत्रालय की वेबसाइट समेत देशभर के तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और शिक्षामंत्री के ट्विटर एकाउंट और फेसबुक पेज पर भी उपलब्ध होगी। वर्चुअल संवाद के बाद शिक्षामंत्री राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आयोजित होने वाली परीक्षाओं की समीक्षा करेंगे। इसके बाद स्वास्थ्य और गृह मंत्रालयों के आदेशों के अनुसार, परीक्षाओं के संचालन की विस्तृत योजना बनाई जाएगी। सरकार की पूरी कोशिश होगी कि परीक्षाओं के संचालन में छात्रों का समय बेकार न बर्बाद हो। साथ ही विदेशों में पढ़ाई करने वाले छात्रों को लेकर सरकार पूरी सावधानी रखी जाएगी।
निशंक ने देशभर के छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों को इस वर्चुअल वेबिनार से जुड़ने की अपील की है। बेहतर संकल्प और इच्छाशक्ति के साथ पढ़ाई और समय पर रिजल्ट जारी करने की पूरी कोशिश की जाएगी। ताकि छात्रों का एक साल बर्बाद न हो।