यूथ अकाली दल के अध्यक्ष सरदार परमबंस सिंह रोमाणा ने कहा कि पिछले चार सालों के दौरान चार लाख से ज्यादा नौजवानों का विदेशों में पलायन करना अमरिंदर सिंह की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार द्वारा घर घर नौकरी के नारे के तहत युवाओं को नौकरी देने में नाकाम रहने का पर्याप्त प्रमाण है। यूथ अकाली दल के नवनियुक्त पदाधिकारियों की मीटिंग को संबोधित करते हुए सरदार परमबंस सिंह रोमाणा ने कहा कि इस सरकार के सत्ता में आने के बाद से 4 लाख से अधिक युवा विदेशों में नौकरी की तलाश में पंजाब छोड़कर चले गए हैं। उन्होने कहा कि हालांकि 2 लाख से अधिक नौजवान स्टडी वीजा पर विदेश गए थे लेकिन वास्तव में वे नौकरी की तलाश में गए थे। इनके अलावा 2 लाख से अधिक लोग विभिन्न देशों से इमीग्रेशन लेने के बाद विदेश चले गए । स्टडी वीजा पर विदेश गए नौजवानों के आंकड़ों का हवाला देते हुए सरदार रोमाणा ने कहा कि 2017 में 52160 नौजवान, 2018 में 60133, 2019 में 73574, 2020 में 33412 तथा 2021 में अब तक 5791 युवा पहले ही राज्य छोड़ कर जा चुके हैं। उन्होने कहा कि केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री ने लोकसभा में यह आंकड़े उपलब्ध कराए हैं। उन्होने कहा कि एक तरफ तो युवा राज्य में नौकरी न मिलने के कारण तनाव में हैं तथा दूसरी तरफ कांग्रेस सरकार निजी काॅलेजों के रोजगार मेलों को सरकारी रोजगार मेला बताकर नौटंकी कर रही है। उन्होने कहा कि यह बात सभी को पता है कि ये काॅलेज पहले से ही सालाना आधार पर अपने परिसरों में रोजगार मेले लगाते आ रहे हैं सरकार का इन मेलों से कोई लेना-देना नही है।