देश की आजादी के साथ शिक्षा में आरडी सोमाणी का योगदान अतुलीय

स्वतंत्रता सेनानी आरडी सोमाणी जी सच्चे देशभक्त थे आजादी की लड़ाई में उनका जो योगदान रहा वह भुलाया नहीं जा सकता अंग्रेज सरकार द्वारा अनेकों यातनाएं दिए जाने पर भी अडिग रहे उनका मनोबल कम नहीं हुआ और देश को आजादी दिलाने के लिए लगातार संघर्ष करते रहे उन्होंने सैकड़ों युवाओं को आजादी की लड़ाई में अपनी आहुति डालने के लिए प्रेरित किया। आर डी सोमाणी ने शिक्षा के क्षेत्र में अहम योगदान दिया। गांवों में स्कूल कॉलेजों का निर्माण करवाया जिससे कि ग्रामीण लोग शिक्षित होकर आधुनिक भारत निर्माण में सहयोग दें।जन नेता विजय  सोमाणी ने सन 2000 में रेवाड़ी में सोमाणी इंस्टीट्यूट ऑफ टक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट की स्थापना की। युवाओं को इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट की शिक्षा के लिए दूसरे शहरों में ना जाना पड़े। उस समय इलाके में टेक्निकल एजुकेशन के लिए कोई संस्थान नहीं था और स्थानीय युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए दूसरे राज्यों में जाना पड़ता था। सोमाणी द्वारा की गई।

उल्लेखनय सन 2018 में सोमाणी कॉलेज ऑफ फार्मेसी की स्थापना हुई जिससे कि छात्रों को फार्मेसी में अपना भविष्य बनाने के लिए बेहतर विकल्प मिला वर्ष 2020 में सोमाणी कॉलेज ऑफ फार्मेसी की सभी सीट फुल होने पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसकी अध्यक्षता राजकुमार ने की। सोमाणी कॉलेज ऑफ फार्मेसी की एचओडी प्रोफेसर शिवानी को एडवोकेट परिवर्तन सोमाणी द्वारा उत्कृष्ट कार्यो के लिए सराहा।  उन्होंने बताया कि जल्द ही सोमाणी एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन में बी फार्मा कोर्स भी लाया जाएगा।। प्रिंटिंग डिपार्टमेंट के एचओडी असिस्टेंट प्रोफेसर सुमित कुमार ने बताया कि एम टैक प्रिंटिंग की सीटें भी फुल हो चुकी है। बीटेक लीट ईयर शीटे भी पूरी हो जाएंगी, कॉलेज के डिप्टी डायरेक्टर असिस्टेंट प्रोफेसर अमित कुमार ने भी 30 नवंबर तक बीबीए एमबीए मैकेनिकल की सीट पूरी होने का दावा किया। कोरोना काल के चलते हुए सभी शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए थे ऐसी विषम परिस्थितियों में मैनेजमेंट सदस्यों ने प्रभावी ढंग से सोमानी संस्थान को संभाला। इस मौके पर प्रोफेसर शाइना, प्रोफेसर समीक्षा   इंजीनियर विनय यादव, प्रोफेसर अमित, प्रोसेसर सुमित, प्रोसेसर संदीप, प्रोफेसर हरीश आदि मौजूद रहे.

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