रामअवतार के परिवार के लिए जीवन दायिनी बनकर आई स्वास्थ्य टीम

–गांव झोलरी में होम आइसोलेशन में रहकर स्वस्थ हुए बेटा व पुत्रवधु

–नाहड पीएचसी के गांवों में 396 संक्रमित होम आईसोलेशन में रहकर हुए ठीक


जिला में कोरोना की दूसरी लहर से बचाव और संक्रमित मरीजों को स्वस्थ करने की दिशा में जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग कोई कमी नहीं छोड रहा है। उपायुक्त यशेंद्र सिंह रेवाडी के गांवों को कोरोना मुक्त करने के लिए दिन रात हर पहलु की मोनिटरिंग कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा होम आईसोलेशन में रह रहे मरीजों की समय पर जांच और कुशल रणनीति के तहत उपचार दिया जा रहा है, जिससे संक्रमित घर पर ही ठीक होकर करोना को हरा रहे हैं। नाहड पीएचसी के अधीन गांवों की बात की जाए तो अब तक 396 मरीज होम आईसोलेशन में रहकर स्वस्थ हो चुके हैं,जबकि 46 संक्रमितों को घर पर ही चित्सिकों की देखरेख में उपचार चल रहा है।

गांव झोलरी के रामअवतार की बात की जाए तो उनका कहना है कि उनके परिवार में उनके अलावा बेटा व पुत्र वधु भी कोरोना पाजिटिव हो गए, मगर वे चिकित्सकों की टीम के परामर्श को सर्वोपरि मानते हुए उपचार ले रहे हैं और फिल्हाल वे स्वस्थ हैं,उनके परिवार के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम जीवनदायिनी बनकर आई और उनका उपचार किया।

डोर टू डोर स्क्रीनिंग में लिया टैस्ट तो मिले पाजिटिव

रामअवतार के बेटे अशोक यादव ने बताया कि करीब पंद्रह दिन पहले उनके परिवार के दो सदस्यों व मुझे बुखार की शिकायत हुई, तो उन्होंने निजी डाक्टर से उपचार लिया, मगर स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ। उस समय डीसी यशेंद्र सिंह के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग की टीम थ्री टी की थ्योरी पर कार्य करते हुए गांवों में टैस्टिंग कर रही थी, 20 मई को गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम डोर डोर सर्वे कर रही थी, तो उन्होंने बारी-बारी से रेपिड एंटीजन टैस्ट कराया तो एकाएक मेरी धर्मपत्नी रेणु, पिता रामअवतार पाजिटिव पाए गए, जबकि एक रोज पूर्व मेरी रिपोर्ट भी पाजिटिव आई। जबकि मेरी माता रामकलां और दो बच्चे यश व वंशिका की रिपोर्ट नेगिटिव आई। उन्होंने कहा कि बीमारी के समय जो मार्गदर्शन व सहयोग स्वास्थ्य विभाग टीम द्वारा उन्हें दिया गया वह स्वस्थ करने में बहुत सहयोगी रहा है। ऐसे में हम सभी ने हौसला दिखाते हुए टीम के द्वारा दिए गए सुझावों के अनुरूप कदम उठाए और होम आइसोलेशन में रहते हुए ही स्वास्थ्य किट के अनुरूप दवाएं ली और कोरोना संक्रमण से दूरी बनाने में कामयाब हुए। लिहाजा वे अब पूरी तरह स्वस्थ हैं।

होम आईसोलेशन में संक्रमितों को मिल रही जरूरी सुविधाएं

सीएचसी नाहड़ में होम आईसोलेशन की नोडल अधिकारी डॉ सुमन यादव ने बताया कोरोना महामारी के दौरान होम आइसोलेशन में रहकर संक्रमित मरीजों का इलाज डीसी यशेंद्र सिंह के नेतृत्व में तथा सिविल सर्जन डॉ कृष्ण कुमार की देखरेख एसएमओ डा सुरेंद्र यादव, कोविड प्रभारी राजीव लखेरा व अन्य अधिकारियों की टीम द्वारा किया जा रहा है। नोडल अधिकारी डॉ सुमन यादव ने बताया कि होम आइसोलेशन मरीजों को स्वास्थ्य किट का वितरण किया जा रहा है, वहीं ऑक्सीजन स्तर की मात्रा मरीज में सही बनी रहे इसके लिए ओक्सीमीटर से समय समय पर मरीजों की जांच भी की जाती है, वहीं जिला प्रशासन द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर की होम डिलीवरी करते हुए कोरोना संक्रमण से ग्रस्त मरीज को बेहतर इलाज देने के पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित किए गए हैं।

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